वाराणसी : पान मसाला कारोबारी और खैनी निर्माता पम्मी पांडेय के आवास व गोदाम पर सीजीएसटी का छापा

Newspoint24/संवाददाता
वाराणसी जिले में सेंट्रल जीएसटी की टीम ने शुक्रवार को पान मसाला कारोबारी और खैनी निर्माता पम्मी पांडेय के आवास व गोदाम पर छापेमारी की। इस दौरान नई दिल्ली स्थित सीजीएसटी के महानिदेशक जांच ऑफिस के 35 अधिकारी व कर्मचारियों की टीम ने छापा मार कार्रवाई की। वहीं, जांच में यह सबूत सामने आए हैं कि कारोबारी ने करोड़ों रुपए का स्टॉक कहीं प्रदर्शित नहीं किया है और GST की कर चोरी की है।
वाराणसी के पांडेयपुर क्षेत्र की प्रेमचंद नगर कॉलोनी निवासी पान मसाला और तंबाकू कारोबारी पम्मी पांडेय के घर पर दिल्ली और पंजाब के नंबरों के दर्जन भर वाहनों से आए CGST के अधिकारियों ने रेड को लेकर फिलहाल कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। पम्मी पांडेय और उनके परिजनों के साथ ही घर के स्टाफ के भी बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है। बताया जाता है कि पम्मी पांडेय की फर्म द्वारा बनाया जाने वाला पान मसाला और तंबाकू पूर्वांचल से बाहर बिकता है। फिलहाल CGST की टीम की पड़ताल और पूछताछ जारी है।
जानकारी के मुताबिक पान मसाला कारोबारी देश के एक प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल चेन का संचालक भी है। फिलहाल ये स्कूल तरना में संचालित होता है। वहीं, कारोबारी आशिकी ब्रांड के नाम से खैनी और पान मसाला बनाता है। इसके साथ ही जौनपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़ समेत आसपास के अन्य इलाकों में इनकी सप्लाई होती है। वहीं, उसकी गोइठहां, नक्खीघाट, सोयेपुर में फैक्ट्रियां और गोदाम भी हैं।
बीते सालों के GST रिटर्न के दस्तावेजों का स्टॉक के कागजातों से कराया जा रहा मिलान
गौरतलब है कि सेंट्रल जीएसटी की टीम के अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान कारखाने में मौजूद सभी कर्मचारियों को कैंपस न छोड़ने और उनके मोबाइल फोन जब्त करने के निर्देश दिए थे। वहीं, सीजीएसटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेड के दौरान बड़ी मात्रा में पान मसाला और खैनी के पाउच मिले हैं। हालांकि उन्हें टीम द्वारा जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले सालों के GST रिटर्न के दस्तावेजों का स्टॉक के कागजातों से मिलान कराया जा रहा है।
बीते साल 2004 में आयकर विभाग ने की थी छापेमारी
गौरतलब है कि कारोबारी के यहां रेड के दौरान आयकर रिटर्न में दर्शाए गए आंकड़ों और बिल-बाउचर की भी जांच की जा रही है। हालांकि कारोबारी ने रीयल एस्टेट में भी करोड़ों रुपए का निवेश कर रखा है। वहीं, इस कारोबारी के यहां साल 2004-2005 में आयकर विभाग (Income Tax) ने भी छापेमारी की थी। इसके साथ ही सेल्स टैक्स और सर्विस टैक्स विभाग की भी छापेमारी हो चुकी है।
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