बहराइच: दान के द्वारा अपने कर्तव्य का करते हैं पालन, महापुराण कथा के अंतिम दिन रुद्राभिषेक और पूर्णाहुति का हुआ आयोजन

 

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

बहराइच। कस्बे के प्राचीन शिव मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के अंतिम दिन कथा व्यास आचार्य ओम प्रकाश मिश्रा ने दान पर व्याख्या करते हुए कहा कि दान एक ऐसा कार्य है, जिसके द्वारा हम न केवल धर्म का पालन करते हैं। बल्कि समाज एवं प्राणीमात्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन भी करते हैं।

जरवल रोड में स्थित शिव मंदिर में चल रहे शिव महापुराण कथा के अंतिम दिन कथावाचक ने दान देने के लाभ बताए। उन्होंने कहा कि दान की महिमा तभी होती है, जब वह नि:स्वार्थ भाव से किया जाता है।

अगर कुछ पाने की लालसा में दान किया जाए तो वह व्यापार बन जाता है। गुरुवार को प्रातः पूजन अर्चन रुद्राभिषेक के पश्चात आचार्य मिश्र ने वैदिक विधि विधान से पूर्णाहुति का कार्यक्रम समाप्त हुआ।

इस दौरान कार्यक्रम आयोजक दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव, आशुतोष श्रीवास्तव, किरण पांडे, संजय गुप्ता, संजय श्रीवास्तव, ओम प्रकाश अवस्थी, रघुनाथ प्रसाद, हेमंत श्रीवास्तव, अवधेश, सुशील, अर्चना श्रीवास्तव, सुशील कश्यप रामदीन यादव, प्रशांत अग्निहोत्री, राम लोटन जयसवाल, शैलेंद्र पोरवाल, शिव नारायण सोनी, मोहित गुप्ता, कमलेश मिश्रा, मोनू मिश्रा, महिमा, नीतू, कोमल, मिथिलेश श्रीवास्तव, मोनिका शामिल रहे।

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