साधु और शैतान : परमहंस स्‍वामी अड़गगड़ानंद के सक्तेशगढ़ आश्रम में चली गोली , साधु को गोली मारने के बाद एमपी के कथित बाबा ने खुद को मारी गोली 

MP's Baba shot himself after shooting a sadhu in Swami Adagadanand's Sakteshgarh ashram
सूत्रों से जानकारी मिली कि तीन महीने पहले तक साधु जीवन बाबा आश्रम की रसोई का कार्य देखा करते थे। तीन माह पहले जीवन बाबा ने किसी के ऊपर खौलता तेल फेंक दिया था। जिस पर स्वामी अड़गड़ानंद महाराज ने उसे आश्रम से निकाल दिया था। हालांकि वो आश्रम आता-जाता रहता था। 

जीवन बाबा पहले साधु की वेशभूषा में रहता था। बुधवार शाम को वो पैंट-शर्ट पहनकर आश्रम में आया। उसे कोई पहचान न सका। बाद में पहचान होने पर उसने लोगों से संवाद किया। रात में खाना खाया और वहीं सो गया। 

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


मिर्जापुर। स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के चुनार के सक्तेशगढ़ स्थित आश्रम  में गुरुवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में गोली चल गई , इस हैरान करने वाली घटना में गोली चलाने वाले साधु की मौत हो चुकी है तो वहीं दूसरे का इलाज चंदौली के निजी अस्पताल में किया जा रहा है ,सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घायल साधु आशीष महराज की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना के वक्त स्वामी अड़गड़ानंद महाराज आश्रम स्थित अपने कमरे में मौजूद थे। घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं।

पुलिस को घटनास्थल से दो तमंचे मिले हैं। घटना को लेकर ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब पुलिस तलाश रही है।

गोली लगने से जिस साधु जीवन 45 वर्षीय पुत्र सीताराम सिंह की मौत हुई वो सीहोर जनपद शिवपुर (मध्य प्रदेश) के रहने वाले हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं घायल साधु आशीष महराज (46) का उपचार चंदौली स्थित निजी अस्पताल में चल रहा है।  

पुलिस के मुताबिक जीवन बाबा ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी की है। लेकिन चर्चा है कि उसने पहले स्वामी अड़गड़ानंद के बेहद करीबी आशीष महाराज को गोली मारी। इसके बाद उसने खुद के सिर में गोली मारी है।
 

चंदौली अस्पताल में मौजूद पुलिस
  
सूत्रों से जानकारी मिली कि तीन महीने पहले तक साधु जीवन बाबा आश्रम की रसोई का कार्य देखा करते थे। तीन माह पहले जीवन बाबा ने किसी के ऊपर खौलता तेल फेंक दिया था। जिस पर स्वामी अड़गड़ानंद महाराज ने उसे आश्रम से निकाल दिया था। हालांकि वो आश्रम आता-जाता रहता था। 
 
 जीवन बाबा पहले साधु की वेशभूषा में रहता था। बुधवार शाम को वो पैंट-शर्ट पहनकर आश्रम में आया। उसे कोई पहचान न सका। बाद में पहचान होने पर उसने लोगों से संवाद किया। रात में खाना खाया और वहीं सो गया। 
 
गौरतलब है कि स्वामी अड़गड़ानंद महाराज रोजाना सुबह पांच बजे टहलने के लिए निकलते हैं। गुरुवार सुबह भी वह टहलने के लिए निकले थे। आज गुरुवार को जब वो वापस अपने कक्ष में पहुंचे तो जीवन बाबा स्वामी जी मिलने पहुंचा। उसके पास दो तमंचे थे। कक्ष के बाहर खड़े आशीष महाराज ने उसे रोकने की कोशिश की। जिसके बाद दोनों में गुत्थमगुत्थी भी हुई।
 
आरोप है कि जीवन बाबा ने कई राउंड फायर किए। उसके बाद खुद के सिर में गोली मार ली। आशीष बाबा के पेट मे गोली लगी। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं अड़गड़ानंद महाराज की हत्या की साजिश तो नहीं रची गई थी। फिलहाल अभी आशीष महाराज चंदौली के निजी अस्पताल में भर्ती है। 
 
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि  जीवन बाबा और आशीष बाबा में पहले से विवाद था। जीवन ने आश्रम के बाहरी हिस्से में पहले आशीष को गोली मारी। फिर उसने आकर चढ़ावा चढ़ाया। इसके बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना सीसीटीवी में कैद है। जीवन के बैग से 10 कारतूस बरामद हुए हैं।
 
गाड़ी बुक कर आश्रम गया था साधु
स्वामी अड़गड़ानंद के परमहंस आश्रम में खुद को गोली मारने वाले साधु जीवन बाबा ने बुधवार को पीडीडीयू नगर रेलवे स्टेशन से गाड़ी बुक की थी।  सूत्रों के अनुसार, साधु सफेद कपड़ों में बुधवार को रेलवे स्टेशन स्थित टैक्सी स्टैंड पर पहुंचा था। चर्चा है कि साधु ने बताया कि उसे सक्तेशगढ़ आश्रम जाना है। वहां काम नहीं होने पर घोरावल आश्रम जाएगा। घटना के बाद से पुलिस चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ करने में जुटी है।

घटना के बाद आश्रम का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। आश्रम में गोली चलने की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, एएसपी आपरेशन महेश अत्री, सीओ चुनार आदि फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। आश्रम के दरवाजे को बंद कर छानबीन शुरू की गई। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दोनों तमंचे व मृतक के पास मिले बैग में से आठ कारतूस बरामद किए। पुलिस के साथ जानकारों ने बताया कि मृतक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।

यह भी पढ़ें :  लखनऊ : KGMU में शुरु हुई मंकीपॉक्स टेस्टिंग , डॉक्टरों ने एडवाइजरी जारी की मंकीपॉक्स संक्रमित मां बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग न कराएं

Share this story