आजमगढ़-बलिया के 4 लोग अफ्रीकी महाद्वीप के देश इथियोपिया में बंधक, 45 दिनों से एक कमरे में हैं बंद हैं

बंधक बने 4 लोगों में तीन आजमगढ़ में वेलकुंडा के संजय कुमार मिश्र, चंदाभारी के राज बहादुर चौबे, जूड़ा रामपुर के संदीप सिंह और बलिया के जनऊपुर के धर्मेंद्र यादव हैं।
ये लोग 9 मार्च 2022 को गाजियाबाद की प्रीत मशीनरी रोलिंग मशीन की ओर से इथियोपिया भेजे गए थे। थदास स्टील ने इनका वीजा बनवाया था।
ये कहा था कि इथियोपिया में एक प्रोजेक्ट शुरू करना है। तीन महीने बाद इन चारों की भारत वापसी तय हुई थी।
संजय मिश्रा इस कंपनी में बतौर रोलिंग फोरमैन और बाकी तीनों लोग फिटर पद पर तैनात हुए थे।
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
आजमगढ़। अफ्रीकी महाद्वीप के देश इथियोपिया में नौकरी करने गए आजमगढ़ मंडल के 4 लोग फंस गए हैं। ये लोग नौकरी करने गए थे। ढाई महीने नौकरी के बाद जब सैलरी मांगी तो उन्हें एक कमरे में बंद कर 45 दिनों से रखा गया है। इनका पासपोर्ट छीन लिया गया। रोलिंग मशीन नाम की कंपनी ने इन्हें बंधक बनाया है। वहां फंसे लोगों ने एक वीडियो जारी कर PM मोदी से मदद मांगी है। कहा है कि इथियोपिया में भारतीय दूतावास से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही। उनके साथ झारखंड और हरियाणा के भी दो लोग फंसे हैं।
तीन आजमगढ़ और एक बलिया का शख्स फंसा
बंधक बने 4 लोगों में तीन आजमगढ़ में वेलकुंडा के संजय कुमार मिश्र, चंदाभारी के राज बहादुर चौबे, जूड़ा रामपुर के संदीप सिंह और बलिया के जनऊपुर के धर्मेंद्र यादव हैं। ये लोग 9 मार्च 2022 को गाजियाबाद की प्रीत मशीनरी रोलिंग मशीन की ओर से इथियोपिया भेजे गए थे। थदास स्टील ने इनका वीजा बनवाया था। ये कहा था कि इथियोपिया में एक प्रोजेक्ट शुरू करना है। तीन महीने बाद इन चारों की भारत वापसी तय हुई थी। संजय मिश्रा इस कंपनी में बतौर रोलिंग फोरमैन और बाकी तीनों लोग फिटर पद पर तैनात हुए थे।
पैसा मांगने पर कमरे में किया गया बंद
आजमगढ़ के रहने वाले संजय कुमार मिश्रा ने कहा, "मिल को शुरू करने के लिए यहां आया था। ढाई महीने बाद पैसा मांगने पर एक कमरे में बंद कर दिया गया है। दो वक्त का खाना भी मजदूरों की तरह दिया जाता है। हम लोग परेशान हैं। हम लोगों के ऊपर चारों तरफ से सिक्योरिटी लगा दी गई है। हम लोगों को जल्द से जल्द बुलवाया जाए। शुगर और थायराइड का मरीज हूं, स्वास्थ्य खराब हो रहा है।"
भारतीय दूतावास नहीं सुन रही हम लोगों की बात
राजबहादुर चौबे ने कहा, "एंबेसी भी हम लोगों की बातें नहीं सुन रही है। हम लोगों को खतरा है। इथियोपिया में भारतीय दूतावास के अधिकारियों को फोन पर अपनी समस्या बता चुके हैं। दूतावास से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है।"