पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर में महिला टीचर को विशेष समुदाय के लोगों ने निर्वस्त्र कर पीटा

In West Bengal's Dakshin Dinajpur, a female teacher was beaten up naked by the people of a particular community.

बताया जा रहा है कि छात्रा अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध रखती है। घटना हिली थाना क्षेत्र के त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हाईस्कूल की बताई जा रही है, यहां छात्रा कक्षा 9 में पढ़ती है। जानकारी मिली है कि तीन दिन पहले स्कूल में टीचर ने बच्ची को किसी बात पर डांट दिया था। 

अगले दिन छात्रा के घर वाले अपने कुछ साथियों के साथ स्कूल में घुस गए। टीचर से अभद्रता की। विरोध करने पर महिला को निर्वस्त्र कर दिया और जमकर पीटा। शिकायत पर एक्शन लिया गया है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

दक्षिण दिनाजपुर। पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर में बच्ची को डांटने पर एक महिला टीचर को विशेष समुदाय के लोगों ने निर्वस्त्र कर पीटा। गुस्साए लोग स्कूल में घुस गए और पीटना शुरू कर दिया। काफी देर तक हंगामा काटा। पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, जबकि 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि छात्रा अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध रखती है। घटना हिली थाना क्षेत्र के त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हाईस्कूल की बताई जा रही है, यहां छात्रा कक्षा 9 में पढ़ती है। जानकारी मिली है कि तीन दिन पहले स्कूल में टीचर ने बच्ची को किसी बात पर डांट दिया था।

अगले दिन छात्रा के घर वाले अपने कुछ साथियों के साथ स्कूल में घुस गए। टीचर से अभद्रता की। विरोध करने पर महिला को निर्वस्त्र कर दिया और जमकर पीटा। शिकायत पर एक्शन लिया गया है।


 


टीचर की पिटाई के विरोध में हुआ प्रदर्शन

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा और मामले को शांत करवाया। महिला टीचर के साथ हुई बदसलूकी की वजह से स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

इस मामले में पीड़ित महिला टीचर ने कहा कि छात्रा को अनुशासन में रखने के लिए उसके कान खींचकर डांट दिया था। ऐसी घटना मेरे साथ पहले कभी नहीं हुई। मुझे अब डर लग रहा है।

भाजपा (BJP) सांसद ने पुलिस पर सवाल खड़े किए

भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने रविवार को संबंधित क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने महिला टीचर के साथ अभद्रता और मारपीट करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मजूमदार ने कहा, 'मैं भी एक शिक्षक था। कई छात्रों को डांटा भी है। एक शिक्षक के लिए, एक छात्र केवल उनका होता है। यहां शिक्षिका के कान पकड़ते ही हिजाब उतर जाता है। यही हुआ। इतनी मामूली बात से उसके परिवार सहित अन्य दो सौ लोगों ने स्कूल पर अटैक कर दिया।

मुझे आश्चर्य है कि स्कूल के प्रिंसिपल ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई दी। पुलिस की मामला दर्ज करने की हिम्मत नहीं हुई। जब लोगों ने विरोध किया और सड़क जाम कर दी, तब जाकर पुलिस एक्टिव हुई।'


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