जिसके घर मिले 21 करोड़ कैश वो कर चुकी फिल्मों में काम, दिखने में किसी हीरोइन से कम नहीं अर्पिता मुखर्जी

जिसके घर मिले 21 करोड़ कैश वो कर चुकी फिल्मों में काम, दिखने में किसी हीरोइन से कम नहीं अर्पिता मुखर्जी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला सामने आया है। इस मामले में ममता बनर्जी सरकार में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पार्थ चटर्जी की बेहद करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर हुई छापेमारी में शुक्रवार को 21 करोड़ रुपए नगद मिले हैं। इसके अलावा उनके घर से 20 मोबाइल फोन और 50 लाख रुपए की ज्वैलरी भी बरामद हुई है। फिलहाल अर्पिता को ED ने हिरासत में ले लिया है। आखिर कौन हैं अर्पिता मुखर्जी, जिनके घर से बरामद हुई इतनी बड़ी रकम, आइए जानते हैं।  

बता दें कि अर्पिता मुखर्जी बांग्ला फिल्मों में काम कर चुकी हैं। हालांकि, उन्होंने ज्यादातर साइड रोल ही किए। यही वजह है कि उन्हें अब तक कुछ खास पहचान नहीं मिल पाई है। 

अर्पिता मुखर्जी ने बांग्ला के अलावा कुछ उड़िया और तमिल फिल्मों में भी काम किया है। वह बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रोसेनजीत की फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। 

अर्पिता मुखर्जी के इंस्टाग्राम पर 22.7 हजार फॉलोअर्स हैं। वहीं अर्पिता खुद 585 लोगों को फॉलो करती हैं। अर्पिता जिन लोगों को फॉलो करती हैं, उनमें आलिया भट्ट, आयशा श्रॉफ, सोनम कपूर और जैकलीन फर्नांडीज जैसी एक्ट्रेस हैं। 

अर्पिता मुखर्जी ने अपने इंस्टा बायो पर खुद को एक्टर बताया है। इंस्टाग्राम पर उनकी एक से बढ़कर एक ग्लैमरस तस्वीरें हैं। बता दें कि अर्पिता को भले ही अब तक साइड रोल मिले हैं, लेकिन वो किसी हीरोइन से कम नहीं लगती हैं। 

बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी ने बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने दोनों से करीब 26 घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस सरकार में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी दक्षिण कोलकाता में एक दुर्गा पूजा समिति के संरक्षक हैं। यह कोलकाता की बड़ी दुर्गापूजा समितियों में एक है। अर्पिता मुखर्जी भी इसी से जुड़ी रही हैं। 

हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने खुद को इस मामले से पूरी तरह अलग कर लिया है। टीएमसी की ओर से कहा गया है कि उसका अर्पिता के घर पर बरामद पैसों से कोई लेना-देना नहीं है। जिन लोगों का नाम शिक्षक भर्ती घोटाले में आया है, उन्हें खुद जवाब देना चाहिए। 

बता दें कि पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन के ग्रुप सी व ग्रुप डी कर्मचारियों और शिक्षकों की बहाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आईं थीं। मामले की जांच कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी थी। इस मामले में अब ईडी भी जांच कर रही है। 

यह भी पढ़ें :  सूर्या ने राष्ट्रीय पुरस्कार पर कही बड़ी बात, सुधा कोंगारा, अपर्णा बालमुरली ने जताई खुशी

Share this story