ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी ED की हिरासत में , अर्पिता भी अरेस्ट

Mamta government minister Partha Chatterjee in ED custody

ईडी (ED) ने मंत्री पार्थ को गिरफ्तार करने के बाद कोलकाता के एक अस्पताल में उनका मेडिकल टेस्ट कराया था। इसके बाद जांच एजेंसी के कोलकाता ऑफिस ले जाकर उनसे सवाल-जवाब किए गए थे।

दोपहर में ईडी (ED) ने उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी थी, जिसके बाद अदालत ने मुखर्जी को दो दिन के लिए जांच एजेंसी की रिमांड पर भेज दिया।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी को दो दिन के लिए ईडी (ED) की हिरासत में भेज दिया गया है। शिक्षक भर्ती घोटाले में चटर्जी को शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले जांच एजेंसी ने उनसे 24 घंटे तक पूछताछ की थी। पार्थ के साथ उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को भी ईडी (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को अर्पिता के घर से 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम बरामद की थी।

ईडी (ED) ने मंत्री पार्थ को गिरफ्तार करने के बाद कोलकाता के एक अस्पताल में उनका मेडिकल टेस्ट कराया था। इसके बाद जांच एजेंसी के कोलकाता ऑफिस ले जाकर उनसे सवाल-जवाब किए गए थे। दोपहर में ईडी (ED) ने उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी थी, जिसके बाद अदालत ने मुखर्जी को दो दिन के लिए जांच एजेंसी की रिमांड पर भेज दिया।

मंत्री की गिरफ्तारी से नाराज विधानसभा स्पीकर
कद्दावर मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विधानसभा में स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा कि किसी भी विधायक की गिरफ्तारी की सूचना स्पीकर को देना ईडी (ED) का कर्तव्य है। अभी तक मुझे पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं मिली है। मुझे सूचना दिए बिना उन्हें गिरफ्तार करना गलत है।

हाईकोर्ट ने दिया सीबीआई (CBI) जांच का आदेश, फिर ईडी (ED) की एंट्री
पश्चिम बंगाल में 2014 और 2016 में शिक्षकों की भर्ती हुई थी। नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाते हुए दो कैंडिडेट्स ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में CBI जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताते हुए CBI जांच के आदेश दिए थे।

सीबीआई (CBI) ने चटर्जी से 25 अप्रैल और 18 मई को पूछताछ की थी, क्योंकि वे 2014 से लेकर 2021 तक राज्य के शिक्षा मंत्री थे। पूछताछ के बाद सीबीआई (CBI) ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत दर्ज कराई। जांच एजेंसी की शिकायत के बाद मामला ईडी (ED) के हाथ में चला गया।

अर्पिता के घर से कैश बरामद होने के बाद शुक्रवार रात 11 बजे ईडी (ED) की एक टीम पार्थ के घर पहुंची। रातभर पूछताछ के बाद शनिवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पार्थ के घर के बाहर CRPF तैनात कर दी गई।

ममता सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखते हैं पार्थ
कोलकाता की बहला पश्चिम सीट से पांच बार के विधायक पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखते हैं। उनके पास वाणिज्य, उद्योग, संसदीय कार्य समेत कई मंत्रालयों का प्रभार है। चटर्जी 2011 से कैबिनेट मंत्री हैं। वे 2006 से 2011 तक बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं।

टीएमसी (TMC) ने साधी चुप्पी, कानूनी राय ली जा रही
पार्थ चटर्जी पर ईडी (ED) की कार्रवाई के बाद TMC ने वेट एंड वॉच की रणनीति अपना ली है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि उनके वकील इस मामले को देखेंगे। इसके बाद ही आगे की जानकारी दी जा सकेगी।

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