फतेहपुर: हाईवे निर्माण में चल रहा मेहरबानी का खेल, ग्रामीणों में आक्रोश

फतेहपुर: हाईवे निर्माण में चल रहा मेहरबानी का खेल, ग्रामीणों में आक्रोश

Newspoint24/संवाददाता /एजेंसी इनपुट के साथ

फतेहपुर । जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-2 के चौड़ीकरण योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। सड़क किनारे के गांवों में मकान तोड़ने पर पीएनसी के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किसी पर मेहरबानी दिखाना और अन्य के मकान को मानक का हवाला देकर तोड़ देना ग्रामीणों में आक्रोश का कारण बन रहा है।

जमीनी हकीकत में भी ग्रामीणों के आरोपों की सच्ची तस्वीर पेश कर रहे हैं। बावजूद इसके पीएनसी के जिम्मेदार इन आरोपों को खारिज कर रहे हैं। उनका कहना हैं कि मानक के अनुसार ही काम किया गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग-2 के किनारे बसे औंग कस्बे में भारी मात्रा में सड़क किनारे स्थित मकान सड़क एक्ट के तहत पाये गये। जिनका मुआवजा देकर तोड़ने का काम पीएनसी के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है और द्रुतगति से सड़क निर्माण का काम चल रहा है। लेकिन सड़क के दोनों तरफ मकान तोड़ने के 25-25 मीटर का क्षेत्र तय किया गया है।

लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि यह मानक कहीं कहीं 21-22 मीटर ही रखा गया और उन मकान मालिक पर पीएनसी अधिकारी मेहरबानी दिखा रहे हैं जबकि अधिकतर लोंगों के मकान मानक के अनुसार तोड़े गये हैं। ग्रामीण इस मेहरबानी से आक्रोशित हैं और सभी के साथ एक जैसा व समान व्यवहार करने की मांग कर रहे हैं।

औंग कस्बा निवासी नीलकमल व राजकमल ने अपने संयुक्त मकान को लेकर कार्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग नई तहसील फतेहपुर में एक शिकायती पत्र देकर कहा है कि उनके मकान के उपर से बिना किसी नोटिस के विद्युत तार खींच दिए गए हैं पीएनसी के अधिकारियों द्वारा बगल वाले मकान की तोड़फोड़ के दौरान हमारे मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है।

पीड़ित का आरोप है कि जब औंग कस्बें में सड़क के बीच से दोनों ओर 25 - 25 मीटर जमीन खाली कराई जानी चाहिए थी इसके विपरीत लगभग एक दर्जन प्वाइंट ऐसे हैं कि जहां पर सिर्फ 22 या 23 मीटर ही जमीन खाली कराई गई है। यह मेहरबानी के पीछे पीएनसी के जिम्मेदार अधिकारियों का बड़ा खेल नजर आ रहा है।

जिसका हम सब ग्रामीण स्थलीय निरीक्षण का मांग करते हैं। इस विसंगति को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।

वही, राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा ने बताया कि हाईवे का निर्माण मानक के अनुसार ही किया जा रहा है। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है और न ही किसी पर मेहरबानी की गयी है।

मानक के अनुसार ही सबसे पहले सड़क निर्माण के लिए मकान तोड़कर जगह खाली कराई गयी है। यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है तो पीड़ित की मांग का मौके पर निरीक्षण समाधान किया जायेगा।
 

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