अयोध्या : स्वतंत्रता आन्दोलन में महाबीर प्रसाद बिगुलर का योगदान अनुकरणीय

अयोध्या : स्वतंत्रता आन्दोलन में महाबीर प्रसाद बिगुलर का योगदान अनुकरणीय

Newspoint24/संवाददाता /एजेंसी इनपुट के साथ

अयोध्या। महाबीर प्रसाद गुप्ता बिगुलर ने अंग्रेजों के खिलाफ स्वतन्त्रता आन्दोलन के दौरान जिस तरह से आजादी की लड़ाई लड़ी वह अनुकरणीय है। जनपद में असंख्य सेनानियों ने देश की आजादी के लिए लड़ाईयां लड़ीं, उन सेनानियों और शहीदों के त्याग एवं बलिदान के कारण ही आज हम देश में खुली हवा में सांस लेते हुये स्वछन्द जीवन जी रहे हैं।

उन्हीं सेनानियों में प्रख्यात सेनानी महाबीर प्रसाद गुप्ता ’बिगुलर’ ने जनपद में अंग्रेजों के विरुद्ध अपने बिगुल के माध्यम से जंग छेड़ रखी थी। उक्त उद्गार पुण्यतिथि पर व्यक्त करते हुए सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि उसी के कारण उन्हें कई बार जेल की कालकोठरी में डाला गया।

ऐसे आजादी के योद्धाओं के बारे में हमारी आने वाली पीढ़ी को इन शहीदों व स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों से सीख लेनी चाहिए। सांसद कचेहरी स्थित स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी भवन में सेनानी परिषद द्वारा आयोजित श्रृद्धांजलि समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता संघ के मंत्री कृष्ण कुमार पाटेल ने कहा कि आज आवश्यकता है कि इन शहीदों व सेनानियों की जीवन गाथायें आने वाले नवनिहालों के लिए पाठ्यक्रम में शामिल करने की। इसके लिए सरकार को सकारात्मक कदम उठाना होगा। जिससे देश की भावी पीढ़ी यह जान सके कि आजादी उन्हें किस कीमत पर मिली है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुये सेनानी परिषद के सचिव मनोज मेहरोत्रा ने कहा कि बिगुलर जी ने अपने बिगुल को बजाकर अंग्रेजों के विरुद्ध आम जनभावनाओं में जागृति पैदा करते हुए जनपद-अयोध्या के स्वतन्त्रता आन्दोलन को एक नई दिशा व एक नई पहचान दी थी।

समारोह का संचालन करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिषद के संयुक्त सचिव व सेनानी के ज्येष्ठ पौत्र केशव बिगुलर ने कहा कि आज आवश्कता है कि हम अपने आने वाली पीढ़ी के सामने आजादी के इन सिपाहियों की गौरव गाथा प्रस्तुत करें।

दादा जी द्वारा दिखाये गये मार्ग का अनुसरण करते हुए हम सभी सेनानी परिवारों व परिजनों के लिए संघर्षरत हैं, वे सदैव विषम परिस्थित में भी हम सब का हौसला बढ़ाते रहे। जिस कारण हम और हमारे साथी सेनानी वंशजगण सदैव शहीदों व पूर्वजों के बताये मार्ग पर चलकर हम सेनानियां और उनके परिजनों के लिए और राष्ट्रहित में कार्य कर रहे हैं। 

अयोध्या। महाबीर प्रसाद गुप्ता बिगुलर ने अंग्रेजों के खिलाफ स्वतन्त्रता आन्दोलन के दौरान जिस तरह से आजादी की लड़ाई लड़ी वह अनुकरणीय है। जनपद में असंख्य सेनानियों ने देश की आजादी के लिए लड़ाईयां लड़ीं, उन सेनानियों और शहीदों के त्याग एवं बलिदान के कारण ही आज हम देश में खुली हवा में सांस लेते हुये स्वछन्द जीवन जी रहे हैं।

उन्हीं सेनानियों में प्रख्यात सेनानी महाबीर प्रसाद गुप्ता ’बिगुलर’ ने जनपद में अंग्रेजों के विरुद्ध अपने बिगुल के माध्यम से जंग छेड़ रखी थी। उक्त उद्गार पुण्यतिथि पर व्यक्त करते हुए सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि उसी के कारण उन्हें कई बार जेल की कालकोठरी में डाला गया।

ऐसे आजादी के योद्धाओं के बारे में हमारी आने वाली पीढ़ी को इन शहीदों व स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों से सीख लेनी चाहिए। सांसद कचेहरी स्थित स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी भवन में सेनानी परिषद द्वारा आयोजित श्रृद्धांजलि समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता संघ के मंत्री कृष्ण कुमार पाटेल ने कहा कि आज आवश्यकता है कि इन शहीदों व सेनानियों की जीवन गाथायें आने वाले नवनिहालों के लिए पाठ्यक्रम में शामिल करने की। इसके लिए सरकार को सकारात्मक कदम उठाना होगा। जिससे देश की भावी पीढ़ी यह जान सके कि आजादी उन्हें किस कीमत पर मिली है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुये सेनानी परिषद के सचिव मनोज मेहरोत्रा ने कहा कि बिगुलर जी ने अपने बिगुल को बजाकर अंग्रेजों के विरुद्ध आम जनभावनाओं में जागृति पैदा करते हुए जनपद-अयोध्या के स्वतन्त्रता आन्दोलन को एक नई दिशा व एक नई पहचान दी थी।

समारोह का संचालन करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिषद के संयुक्त सचिव व सेनानी के ज्येष्ठ पौत्र केशव बिगुलर ने कहा कि आज आवश्कता है कि हम अपने आने वाली पीढ़ी के सामने आजादी के इन सिपाहियों की गौरव गाथा प्रस्तुत करें।

दादा जी द्वारा दिखाये गये मार्ग का अनुसरण करते हुए हम सभी सेनानी परिवारों व परिजनों के लिए संघर्षरत हैं, वे सदैव विषम परिस्थित में भी हम सब का हौसला बढ़ाते रहे।

जिस कारण हम और हमारे साथी सेनानी वंशजगण सदैव शहीदों व पूर्वजों के बताये मार्ग पर चलकर हम सेनानियां और उनके परिजनों के लिए और राष्ट्रहित में कार्य कर रहे हैं। 

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