यूपी: लखनऊ विवि के विद्यार्थियों को दी गयी उद्यमशिलता की जानकारी

Newspoint24.com/newsdesk
लखनऊ । लखनऊ विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, वाणिज्य विभाग में ‘एंटरप्रेन्योरियल रिसर्च’विषय पर दो सप्ताह का ऑनलाइन ‘शिक्षक विकास कार्यक्रम’ मंगलवार को शुरू हुआ। इस कार्यक्रम में शामिल डॉ नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव, एमएसएमई और एक्सपोर्ट प्रमोशन के साथ-साथ सूचना, वर्चुअल सभा को दिए अपने संबोधन में जीडीपी, रोजगार और देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर उद्यमिता के प्रभाव पर बात की। उन्होंने वाणिज्य विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय में एक प्रारंभिक चरण में उद्यमशीलता की पढ़ाई की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे छात्र भविष्य में नौकरी प्रदाता बनें न कि नौकरी की तलाश न करें। उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रों को सरकार की योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया जा सकता है। उन्होंने प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा विश्वविद्यालय में उद्यमिता प्रकोष्ठ होने के विचार को भी सराहा। उन्होंने यह भी बताया कि यूपी में एमएसएमई की संख्या देश में सबसे अधिक है और यूपी में बहुत अधिक संभावनाएं मौजूद हैं।
उद्घाटन समारोह 5 जनवरी को कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने महिला उद्यमिता के महत्व और उद्यमिता के लिए क्षमता निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक उद्यमिता सेल खोलने की प्रक्रिया में है और राज्य एजेंसियों से सहयोग मांगा जा सकता है। आयोजन सचिव और परियोजना अन्वेषक डॉ. गीतिका टी. कपूर ने उद्यमशीलता और अनुसंधान मनोविज्ञान को एकीकृत करने वाले सत्रों के तौर-तरीकों के बारे में बताया।तत्पश्चात वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश कुमार ने सबका स्वागत किया।