सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रमन का बेवाक अंदाज मैंने अंग्रेजी आठवीं में सीखी
मुख्य न्यायाधीश ने मेहता के इस सहज स्वीकारोक्ति पर बेवाक लहजे में कहा,
“मैंने आठवीं कक्षा में अंग्रेजी सीखी और दुर्भाग्य से मैं एक बेहतर वक्ता नहीं हूं।”
मेहता ने न्यायमूर्ति रमन के इस सहज अंदाज़ पर कहा कि उन्होंने खुद आठवीं
कक्षा में अंग्रेजी सीखी और गुजराती माध्यम से स्नातक स्तर तक की पढ़ाई की थी।
Newspoint24/newsdesk /एजेंसी इनपुट के साथ
नयी दिल्ली। ... मैंने तेलुगु माध्यम से स्नातक तक की पढ़ाई की और अंग्रेजी आठवीं कक्षा में सीखी और दुर्भाग्य से एक बेहतर वक्ता नहीं हूं। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमन ने शनिवार को दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से जुड़ी एक याचिका की सुनवाई के दौरान शनिवार को ये बातें सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहीं।
दरअसल, श्री मेहता प्रदूषण के कारणों में शामिल 'पराली' जलाने को लेकर सरकार का पक्ष सर्वोच्च अदालत के समक्ष रख रहे थे। इसी दौरान उनको लगा कि कोई भाषागत त्रुटि हो गई है । उन्होंने अदालत से इसके लिए विनम्रता पूर्वक क्षमा मांगते हुए कहा कि वकील के तौर मामले से संबंधित तथ्य अदालत में प्रस्तुत करते समय कई बार भाषागत त्रुटियों की वजह से गलत संदेश जाता है, जबकि वैसा कोई इरादा नहीं होता।
मुख्य न्यायाधीश ने मेहता के इस सहज स्वीकारोक्ति पर बेवाक लहजे में कहा, “मैंने आठवीं कक्षा में अंग्रेजी सीखी और दुर्भाग्य से मैं एक बेहतर वक्ता नहीं हूं।”
मेहता ने न्यायमूर्ति रमन के इस सहज अंदाज़ पर कहा कि उन्होंने खुद आठवीं कक्षा में अंग्रेजी सीखी और गुजराती माध्यम से स्नातक स्तर तक की पढ़ाई की थी।
मुख्य न्यायाधीश ने मित्रवत लहजे में जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने भी तेलुगु माध्यम से स्नातक स्तर तक की पढ़ाई की जबकि कानून की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में की थी।
इस पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा, “मैंने भी कानून की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से की थी।”
इसके बाद में मेहता ने कहा, 'मुझे अब तक इसकी जानकारी नहीं थी कि कुछ मामले में मुख्य न्यायाधीश और मुझ में एक प्रकार की समानता है। मुझे इस संयोग पर गर्व है।'