कृषि कानूनों की वापसी से खफा कंगना ने इंदिरा गाँधी को लेकर कही बड़ी बात पढ़ें क्या कहा हीरोइन ने 

Newspoint24 / newsdesk   Kangana will play the character of Indira Gandhi, the first woman Prime Minister, preparations started

कंगना ने इंस्टा स्टोरी पर पोस्ट शेयर कर लिखा-'खालिस्तानी आतंदवादियों ने भले ही

आज सरकार की बाजुएं मोड़ दी हैं...पर एक औरत न भूलें...वो महिला प्रधानमंत्री

जिसने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचला था...देश की खातिर उन्होंने क्या कुछ

सहा ये मायने नहीं रखता...अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना उसने

उन्हें मच्छरों की तरह कुचला लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए.

Newspoint24/ एजेंसी इनपुट के साथ 


'आज भले ही सरकार इन आतंकवादियों के आगे झुक गई लेकिन एक महिला प्रधानमंत्री ने इन्हें मच्छरों की तरह जूती के नीचे कुचला': कंगना रनौत

मुंबई।  'कंट्रोवर्सी क्वीन' यानि एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर अपने बेबाक व विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। कुछ दिन पहले ही कंगना ने आजादी और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान दिए थे। अभी ये मामला सुलझा नहीं था कि कंगना ने कृषि कानूनों को वापिस लिए जाने पर ऐसी टिप्पणी कर दी कि लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच गया।

उन्होंने एक बार फिर धरनों पर बैठे किसानों को ना केवल आतंकवादी बताया बल्कि इतना तक कह दिया था कि एक समय पहले महिला प्रधानमंत्री यानि इंदिरा गांधी ने उन्हें जूती के नीचे मच्छरों की तरह कुचला था।

कंगना ने इंस्टा स्टोरी पर पोस्ट शेयर कर लिखा-'खालिस्तानी आतंदवादियों ने भले ही आज सरकार की बाजुएं मोड़ दी हैं...पर एक औरत न भूलें...वो महिला प्रधानमंत्री जिसने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचला था...देश की खातिर उन्होंने क्या कुछ सहा ये मायने नहीं रखता...अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना उसने उन्हें मच्छरों की तरह कुचला लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए...उसके निधन के बाद आज भी उसके नाम से कांपते हैं ये...इनको वैसा ही गुरु चाहिए। '

इसके अलावा उन्होंने इंदिरा गांधी की एक हाथ जोड़े की तस्वीर शेयर कर लिखा-'खालिस्तान आंदोलन के उदय के साथ उसकी कहानी पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक...जल्द #Emergancy।'

इससे पहले कंगना ने कृषि कानूनों को वापिस लेने के फैसले को दुखद और शर्मनाक बताते हुए कहा-'दुखद, शर्मनाक, बिल्कुल अनुचित। अगर संसद में चुनी हुई सरकार की बजाए सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया तो यह एक जिहादी राष्ट्र है। उन सभी को बधाई जो इसे इस तरह चाहते थे।'

गौरतलब है कल गुरुपर्व (19 नवंबर) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने का ऐलान किया था। शुक्रवार की सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा-केंद्र सरकार ने देश के किसानों के एक वर्ग के विरोध के बाद, 2020 में संसद में पारित तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है।

कानून को रद्द करने के लिए पंजाब और हरियाणा और उत्तर प्रदेश में किसान करीब एक साल से आंदोलन कर रहे हैं। इसके कारण 700 किसानों ने कुर्बानी भी दी लेकिन कंगना प्रधानमंत्री के इस फैसले से सहमत नहीं थी इसलिए तो वह एक बार फिर भड़क उठीं।

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