पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दिया

newspoint 24 / newsdesk / एजेंसी इनपुट के साथ
चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ खींचतान के बीच शनिवार को इस्तीफा दे दिया।
श्री सिंह ने अपराह्न साढ़े चार बजे पंजाब राजभवन जाकर राज्यपाल बनवारी लाल पुराेहित को मंत्रिपरिषद का इस्तीफा सौंपा। चंडीगढ़ में राजभवन से बाहर निकल कर उन्होंने कहा, “मैंने आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। पिछले दो महीने में मुझे जिस तरह बार-बार तलब किया गया, वह मेरे लिए अपमानजनक था। ”
उन्होंने कहा कि वह अपने भविष्य की राजनीति का फैसला अपने समर्थकों के साथ विचार-विमर्श करके जल्द ही करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ भविष्य की मेरी राजनीति क्या होगी, यह मैं अपने साथियाें से विचार-विमर्श करके करूंगा।”
उन्होंने कहा, “ मैं अपने विकल्पों का उपयोग करूंगा।”
यह पूछे जाने पर कि क्या अब वह भारतीय जनता पार्टी में जा सकते हैं, उन्होंने कहा, “ आप कुछ भी कहते रहें, मैं कांग्रेस में हूं, 52 वर्षों की मेरी राजनीति है, मैं साढ़े नौ साल मुख्यमंत्री रहा हूं, अपने समर्थकों के साथ विचार-विमर्श करके आगे का फैसला करूंगा।”
श्री सिंह ने कहा, “ जिस तरह पिछले दो महीने में मुझे तीन बार बुलाया गया, जिससे मुझे लगा कि मेरे ऊपर शक किया जा रहा है, यह मेरे लिए अपमानजनक था।”
उल्लेखनीय है कि श्री सिंह का पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री सिद्धू के साथ छत्तीस का आंकड़ा है और इसको लेकर वह आहत थे।
इसके पहले कांग्रेस आलाकमान के उनसे इस्तीफा देने का निर्देश दिये जाने से कैप्टन सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा कि मुझसे बिना पूछे पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाया जाना और उनसे इस्तीफा मांगने की बात वो कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे क्योंकि यह उनका सरासर अपमान है ।
वह लंबे समय से अपमान झेलते आ रहे हैं । अब पानी सिर से उतर चुका है। पार्टी हाईकमान ने पंजाब संकट को कभी गंभीरता से नहीं लिया जिसके कारण यह बढ़ता गया और इसका पार्टी की जीत की संभावनाओं पर असर पड़ेगा ।
nullSubmitted my resignation to Honble Governor. pic.twitter.com/sTH9Ojfvrh
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 18, 2021
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में उनकी अगुवाई में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ आयी और विपरीत राजनीतिक हालात में वो सरकार को यहां तक लेकर आये और अब चुनाव के निकट आते ऐसे हालात पैदा हो गये जिनमेें काम करना आसान नहीं था । वो पहले ही कह चुके हैं कि वो अपने बल पर कांग्रेस की सत्ता में वापसी करायेंगे लेकिन मुझसे और अपमान बर्दाश्त नहीं होता ।