महाराष्ट्र: भंडारा जिले के अस्पताल में लगी आग, 10 बच्चों की मौत

Newspoint24.com/newsdesk/
मुंबई । महाराष्ट्र के भंडारा जिले में स्थित जिला सिविल अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट में बीती देर रात 2 बजे अचानक आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई। इस घटना में 7 बच्चों को बचा लिया गया है। सभी बच्चों की उम्र 1 से 3 महीने के बीच बताई जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना को दुखद बताया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है।
#महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ज़िला अस्पताल में आग लगने की घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ-साथ भंडारा ज़िले के ज़िला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की। उन्होंने जांच का भी आदेश दिया है: मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2021
भंडारा ज़िला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी: राजेश टोपे, स्वास्थ्य मंत्री, महाराष्ट्र
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महाराष्ट्र के भंडारा ज़िला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हुई है। pic.twitter.com/KQGQ7CBdQr
रात को करीब डेढ़ से दो बजे के बीच में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हुई है और हमने 7 बच्चों को बचाया है। मामले में विस्तृत जाँच की जाएगी और घटना का कारण पता लगाया जाएगा: संदीप कदम, ज़िला कलेक्टर, भंडारा #Maharashtra pic.twitter.com/kduANDasu3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2021
Ten children died in a fire that broke out at Sick Newborn Care Unit (SNCU) of Bhandara District General Hospital at 2 am today. Seven children were rescued from the unit: Pramod Khandate, Civil Surgeon, Bhandara, Maharashtra pic.twitter.com/bTokrNQ28t
— ANI (@ANI) January 9, 2021
भंडारा सिविल अस्पताल के अनुसार, सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट में जिस वक्त आग लगी तब वहां कुल 17 नवजात बच्चे मौजूद थे। यहां नर्स से यूनिट में आग लगने की सूचना मिलने पर तत्काल इसकी जानकारी फायर ब्रिगेड को दी गई, लेकिन 10 बच्चों की आग में झुलसकर मौत हो गई। इसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने अस्पताल में लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि यह घटना बहुत ही दुखद है। इस घटना में जिन दस बच्चों की मौत हुई है, उनमें 3 की जलने से व 7 की दम घुंटने से मौत हुई है। आग लगने का प्राथमिक कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है, लेकिन इस घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी मिलेगा, उसपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय नागरिकों में रोष फैल गया है। अस्पताल में जिन लोगों के बच्चे थे, उसके परिजन अस्पताल के बाहर जमा हो गए हैं। जमा भीड़ ने यहां डॉक्टर, नर्स सहित अस्पताल स्टाफ पर सोये रहने का आरोप लगाया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।