बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा : उपद्रवियों ने जलाए 65 हिंदुओं के मकान

बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा

Newspoint24 / newsdesk / एजेंसी इनपुट के साथ 

बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हिंदुओं के प्रमुख पर्व दुर्गा पूजा के अवसर पर 13 अक्टूबर से शुरू हुई हिंसा रुक नहीं रही है। बांग्लादेश के कोमिल्ला में दुर्गा पूजा पंडालों में हमले के बाद रविवार को रंगपुर के उपजिला पीरगंज में हिंदुओं के घरों को आग लगाने का मामला सामने आया है। घटना पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में घटी है।रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के 20 घरों को जलाया हालांकि, स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक, उपद्रवियों ने 65 घरों को आग के हवाले कर दिया है।

सोशल मीडिया पोस्ट से फिर भड़की हिंसा 

पुलिस के मुताबिक, ये मामला भी सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा हुआ है और एक हिंदू शख्स के फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट के बाद ही तनाव पैदा हो गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इस युवक को तो सुरक्षा मुहैया कराते हुए उसके घर को तो सुरक्षित कर लिया लेकिन उपद्रवियों ने उसी लोकेशन में आसपास के घरों में आग लगा दी। इस मामले में ढाका ट्रिब्यून के अध्यक्ष मोहम्मद सादकुल इस्लाम के अनुसार, उपद्रवी जमात-ए-इस्लामी और छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिविर की स्थानीय इकाई के थे।


बांग्लादेश में उपद्रवियों ने जलाए 65 हिंदू मकान
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसक घटनाएं बढ़ रही हैं। हिंदू मंदिरों और श्रद्धालुओं पर जानलेवा हमले के बाद अब हिंदुओं के घरों में आग लगाने का मामला सामने आया है। यहां के रंगपुर गांव में पीरगंज उपजिला में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कुछ लोगों ने हिंदू समुदाय के घरों में आग लगा दी। इसमें 20 घर पूरी तरह जलकर राख हो गए। इस घटना को पीरगंज में रामनाथपुर यूनियन में माझिपारा इलाके में रविवार शाम को अंजाम दिया गया।

बंगलादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने कहा है कि दशहरा के मौके पर हिंसा फैलाने वालों को अनुकरणीय सजा दी जाएगी

बंगलादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू मंदिरों, मूर्तियों और संपत्तियों में की गई तोड़फोड़ का विरोध करते हुए शनिवार को विरोध प्रदर्शन किए गए। हाल ही में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की संपत्तियों पर हमलों की ताजा घटना पूर्वी बंगलादेश के फेनी से सामने आई है।

हिंदू समुदाय सहित कई लोगों ने बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आधे दिन तक धरना दिया इस दौरान नोआखली में धारा 144 का उल्लंघन किया गया। इस धरना प्रदर्शन में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संगठनाें के सदस्य शामिल हुये।

डेली स्टार रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर इस सांप्रदायिक हिंसा की निंदा करने वालों की बाढ़ आ गयी है साथ ही इस तरह की घटनाओं को रोकने और धार्मिक सद्भाव बनाने पर जोर दिया गया है। हाल ही में एक अफवाह इस तरह की फैलाई गई थी जिसमें'पवित्र ग्रंथ कुरान का अनादर करने की बात कही गई थी और इसके बाद कईं जिलों में हिंसा की घटनाएं हुई थी।

हिंदू मंदिरों, मूर्तियां और दुकानों में तोड़ फोड़ की गयी

चांदपुर, चट्टोग्राम, नोआखली, सिलहल, मौलवीबाजार, कुरुग्राम और विभिन्न जिलों में हिंदू मंदिरों, मूर्तियां और दुकानों में तोड़ फोड़ की गयी। शुक्रवार और शनिवार सुबह को भी मुंशीगंज और किशोरगंज में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया गया था।

दक्षिणपूर्वी बंगलादेश के चट्टगांव के उपखंड फेनी में दुर्गा पूजा स्थलों पर हुये हमलों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ झड़पों की घटनाएं हुईं शनिवार शाम साढ़े चार बजे से आधी रात तक हुयी झड़पों में हिंदू समुदाय के लोगों की संपत्तियाें, कई मंदिरों और दुकानों में तोड़ फोड़ के बाद पुलिस तथा सुरक्षा बल को तैनात कर दिया गया है। मीडिया सूत्रों के अनुसार, इन झड़पों फेनी माडल पुलिस स्टेशन के ओसी निजाम उद्दुन समेत कम से कम 40 लोग घायल हुये हैं जिनमें से कई लोग फेनी जेनेरल अस्पताल में भर्ती है।

फेनी के पुलिस अधीक्षक खांडेकर नुरुन्नाबी ने कहा कि भीड़ को हटाने के लिये आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित पोस्ट करने वाले दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया

कोमिला में बुधवार को कुरान के कथित अनादर के बाद दुर्गा पूजा स्थलों पर तोड़ फोड़ की गई और इस दौरान पुलिस के साथ भी झड़पें हुई। देश के कई जिलों में इस तरह की घटनाएं देखी गयी। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित पोस्ट करने वाले दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पूजा स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी। दुर्गा पूजा के दस दिवसीय महोत्सव का समापन शुक्रवार को हो गया था।

बुधवार को चांदपुर के हाजीगंज में चार और शुक्रवार को नोआखली में दो लोगों की मौत पुलिस की गोलियां लगने से हुयी है। सरकार और कानून एजेंसियों ने इस घटना को पहले से ही नियोजित बताया है

बंगलादेश पूजा उड़जापन परिषद् के अध्यक्ष मिलन कांति दत्ता ने एक रैली में कहा कि इस तरह की घटना इसलिये जारी है क्योंकि पहले अल्पसंख्यों पर हमला करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी थी। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी विफलता की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

सड़क परिवहन और पुल मंत्री ओबैदुल कादर ने कहा कि इस तरह की सांप्रदायिक घटनाओं को अंजाम देने वालों की पहचान कर उनपर कार्रवाई करने के लिये सरकार बाध्य है। सत्तारुढ़ अ‌वामी लीग के महासचिव कादर ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने इस घटना को पूर्व नियोजित बताया है। 

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