हसीना ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की मांग की

Newspoint24.com/newsdesk/ ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जलवायु परविर्तन के खिलाफ मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की मांग की है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से धरती की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में पांच सूत्रीय प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा, ग्रह और खुद को जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के लिए,
 

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ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जलवायु परविर्तन के खिलाफ मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की मांग की है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से धरती की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में पांच सूत्रीय प्रस्ताव रखा।

उन्होंने कहा, ग्रह और खुद को जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के लिए, मैं सुझाव दूंगी कि राजनीतिक नेतृत्व को मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए।

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र संघ के 75वें सत्र के मौके पर जलवायु परिवर्तन के संबंध में कदम उठाने को लेकर एक उच्च स्तरीय वर्चुअल राउंडटेबल पर वीडियो संदेश के माध्यम से पहला प्रस्ताव रखा।

अपने दूसरे प्रस्ताव में, हसीना ने कहा कि वैश्विक तापमान में वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित होनी चाहिए और सभी पेरिस प्रावधानों को लागू किया जाना चाहिए।

तीसरे प्रस्ताव में उन्होंने कहा कि जितने फंड को लेकर वादा किया गया है, उन्हें पिछड़े, कमजोर देशों को उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

चौथे प्रस्ताव में, हसीना ने कहा कि ज्यादा प्रदूषणकारी देशों को आवश्यक शमन उपायों के माध्यम से अपने एनडीसी (राष्ट्रीय रूप से निर्धारित योगदान) को बढ़ाना होगा।

हसीना ने पांचवे प्रस्ताव में कहा, जलवायु शरणार्थियों के पुनर्वास को स्वीकृति देना एक वैश्विक जिम्मेदारी है।

जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के बारे में चिंता के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव को धन्यवाद देते हुए, हसीना ने कहा कि बांग्लादेश के पास अनुकूलन और लचीलापन पर साझा करने के लिए कुछ विचार और अनुभव है।

उन्होंने कहा, हमने जलवायु परिवर्तन और जल प्रबंधन की चुनौतियों से निपटने के लिए बांग्लादेश डेल्टा योजना 2100 तैयार की है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने देश में 4,291 चक्रवात और 523 बाढ़ आश्रयों का निर्माण किया है, जबकि 56,000 स्वयंसेवक किसी भी प्राकृतिक आपदा से पहले तैयारी के लिए उपलब्ध हैं।

हसीना ने कहा, इसीलिए हम आरईएपी (रिस्क-इनफॉर्म्ड अर्ली एक्शन पार्टनरशिप) पहल में शामिल हुए हैं, जिसका उद्देश्य 2025 तक दुनिया भर के एक अरब लोगों को आपदाओं से सुरक्षित बनाना है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा गुरुवार की बैठक आयोजित की गई, जबकि ब्रिटेन की पत्रकार फेमी ओके ने राउंडटेबल का संचालन किया।