यूपी : सपा युवा संगठनों का सरकार की नीतियो पर राज्य में विरोध प्रदर्शन ,वाराणसी में पुलिस का लाठीचार्ज

Newspoint24.com/newsdesk/ लखनऊ। समाजवादी युवा संगठनों ने सोमवार को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में सोमवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा।समाजवादी युवा संगठनों ने ज्ञापन में कहा गया है कि शिक्षा का बाजारीकरण, भ्रष्टाचार और बीएड प्रवेश में अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों को मिलने वाले निःशुल्क
 

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लखनऊ। समाजवादी युवा संगठनों ने सोमवार को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में सोमवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा।
समाजवादी युवा संगठनों ने ज्ञापन में कहा गया है कि शिक्षा का बाजारीकरण, भ्रष्टाचार और बीएड प्रवेश में अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों को मिलने वाले निःशुल्क प्रवेश पर रोक लगाए जाने से प्रदेश के छात्रों, नौजवानों मेें सरकार के प्रति भारी आक्रोश है। दलितों, पिछड़ो व आदिवासियों और समाज के किसी भी कमजोर वर्ग के अधिकारों के खिलाफ किसी भी निर्णय का समाजवादी युवा संगठन पुरजोर विरोध करेगे।


उन्होंने कहा कि आज शांतिपूर्ण ढंग से ज्ञापन देने का कार्यक्रम था। प्रदेश के सभी मंडलों एवं जिलों में आज युवा शक्ति ने अपनी ताकत दिखाई। वाराणसी में शांतिपूर्ण ढंग से ज्ञापन देने जा रहे नौजवानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर अपनी बर्बरता प्रदर्शित की।


सपा के युवा कार्यकर्ताओं ने आज सीतापुर, जौनपुर, श्रावस्ती, गाजियाबाद, हरदोई, कौशाम्बी, सहारनपुर, सोनभद्र, मुरादाबाद, इलाहाबाद, बहराइच, बलरामपुर, भदोही, बुलन्दशहर, चित्रकूट, देवरिया, फर्रूखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, हापुड़, झांसी, कानपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, संतकबीरनगर, शामली, सुल्तानपुर, वाराणसी, सिद्धार्थनगर, मैनपुरी, प्रतापगढ़, मथुरा़, कन्नौज, एटा, बिजनौर, अमेठी, महोबा, चन्दौली, बाराबंकी सहित प्रदेश के सभी जनपदों में सरकार के खिलाफ धरना दिया और जोरदार नारेबाजी के साथ ज्ञापन सौंपे।


यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अनीस राजा के नेतृृत्व में आज लखनऊ में समाजवादी छात्रसभा, लोहिया वाहिनी, युवजन सभा और यूथ बिग्रेड के जिला-महानगर अध्यक्ष एवं अन्य प्रमुख नेता कलेक्ट्रेट, लखनऊ पर एकत्र हुए। पुलिस के रोकने पर सभी गेट पर धरने पर बैठ गए। पुलिस से उनकी झड़प हुई। बाद में एडीएम (प्रशासन) ने आकर ज्ञापन लिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि मंहगी शिक्षा से गरीब व मध्यम वर्ग के बच्चो का पढ़ना मुश्किल हो गया है। निजीकरण से रोजगार व आरक्षण छीना जा रहा है। प्रदेश में किसान बदहाल है, 10281 किसानो ने तंगहाली में आत्महत्या कर ली है। किसानों से किए वादे पूरे नही हुए। समय से खाद भी नही मिल रही है।
ज्ञापन में राज्यपाल से मांग की गई है कि वह राज्य सरकार को निर्देशित करें कि मंहगी शिक्षा, बेरोजगारी, निजीकरण, भ्रष्टाचार व आरक्षण पर हो रहे वार पर तत्काल रोक लगाए अन्यथा समाजवादी सड़क पर उतरकर आंदोलन व प्रदर्शन के लिए बाध्य होगे।