भाजपा नेता लोकतंत्र को खरीदने-बेचने में लगे हैं – कांग्रेस

Newspoint24.com/newsdesk/ रांची। झारखंड कांग्रेस ने कहा है कि देश आज वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण से बचाव में जुटा है। वहीं सत्तालोलुप भाजपा नेता लोकतंत्र को खरीदने-बेचने में लगे है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने सोमवार को कहा कि राजस्थान में जब भाजपा नेता सरकार गिराने
 

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रांची। झारखंड कांग्रेस ने कहा है कि देश आज वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण से बचाव में जुटा है। वहीं सत्तालोलुप भाजपा नेता लोकतंत्र को खरीदने-बेचने में लगे है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने सोमवार को कहा कि राजस्थान में जब भाजपा नेता सरकार गिराने की अपनी मंशा में विफल साबित होते नजर आ रहे है, तो विभिन्न केंद्रीय जांच एजेंसियों में बैठे संघी अधिकारियों की मदद से कांग्रेस नेताओं को डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जनादेश , जनभावना और देशभक्ति का अपमान भाजपा-जनसंघी नेताओं के खून में रहा है। देश की आजादी की लड़ाई में भी इनकी भूमिका किसी से छिपी नहीं है। अब भाजपा नेता नये तरीके से जनदेश और जनभावना के अपमान में जुटे है। प्रवक्ताओं ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता की भावना का अपमान कर पहले भाजपा ने गोवा, कर्नाटक और मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में बहुमत नहीं होने के बावजूद जोड़-तोड़ कर अपनी सरकार बनायी। वहीं अब राजस्थान में भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की मर्यादाओं को तार-तार करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि देश की जनता अब भाजपा के असली चरित्र को अच्छी तरह से समझ चुकी है और मध्य प्रदेश में जैसे ही उपचुनाव होंगे। वहां भाजपा की सरकार गिर जाएगी, जबकि राजस्थान में अभी भाजपा की कुत्सित साजिश सफल होने की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है। प्रवक्ताओं ने कहा कि बिहार में भी जनादेश का अपमान कर पूर्ववती सरकार को अस्थिर करने का काम किया गया। इनके सूत्रधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हैं। इनके खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों को कभी घर खाली करने का नोटिस मिलता है, तो कभी एसपीजी सुरक्षा हटा ली जाती है। वहीं भाजपा नेताओं ने राजनीतिक के स्तर को इतना गिरा दिया गया है कि गोवा में पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत मनोहर पर्रिकर की चिता ठंडी होने के पहले ही सरकार बनाने का दावा करते है। दूसरी तरफ डराने-धमकाने की कुत्सित राजनीतिक चाल के तहत कांग्रेस के विभिन्न नेताओं के ठिकाने पर जांच एजेंसियों पर दबाव डाल कर छापेमारी की कार्रवाई प्रारंभ की जाती है।