सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट 2021 का फाइनल कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच 22 नवंबर को 

 

मनीष पांडे की अगुआई वाली कर्नाटक और भारतीय ऑलराउंडर विजय शंकर

की तमिलनाडु  खिताबी मुकाबला के लिए दिल्ली के अरुण जेठली स्टेडियम में 22 नवंबर सोमवार को दोपहर 12 बजे से भिड़ेगी।

Newspoint24/ newsdesk

नयी दिल्ली। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट 2021 के फाइनल में कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच मुकाबला होगा। मनीष पांडे की अगुआई वाली कर्नाटक और भारतीय ऑलराउंडर विजय शंकर की तमिलनाडु  खिताबी मुकाबला के लिए दिल्ली के अरुण जेठली स्टेडियम में 22 नवंबर सोमवार को दोपहर 12 बजे से भिड़ेगी।

 टूर्नामेंट में अजेय रही विदर्भ को सेमीफाइनल में कर्नाटक ने 4 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश किया । तमिलनाडु ने हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर खिताबी भिड़ंत के लिए अपना नाम पक्का किया था।

दूसरे सेमीफाइनल में विदर्भ को कर्नाटक के सामने 4 रनों से हार झेलनी पड़ी। पूरे टूर्नामेंट में विदर्भ की ये पहली हार है। इससे पहले इस टीम ने पांचों ग्रुप मैच और पिछले दो नॉकआउट मैच जीते थे। इस मुकाबले में विदर्भ की गेंदबाजी कुछ खास नहीं रही। नए मिस्ट्री स्पिनर कहे जाने वाले अक्षय कर्णवार भी आज कुछ कमाल नहीं कर पाए।

तमिलनाडु के दर्शन नालकंडे ने चार विकेट झटके। उन्होंने 4 ओवर में 28 रन देकर कर्नाटक के मिडिल ऑर्डर को धराशायी किया। एक वक्त कर्नाटक 200 के स्कोर तक पहुंचती दिख रही थी। लेकिन बीच के ओवरों में नालकंडे ने अच्छी गेंदबाजी करके रनों पर अंकुश लगाया।

कर्नाटक की ओर से सलामी बल्लेबाज रोहन कदम ने 87 और कप्तान मनीष पांडे ने 54 रनों की पारी खेली। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अभिनव मनोहर ने भी 27 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा पारी के अंत में मिडिल ऑर्डर धराशायी हो गया और देखते ही देखते 7 विकेट गिर गए। शुरुआती तीनों बल्लेबाजों के अलावा कोई भी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका।

177 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी विदर्भ की शुरुआत अच्छी रही। 4 ओवर में ही अथर्व ताइडे और गणेश सतीश ने करीब 40 रन जोड़ लिए थे। इसके बाद सबकुछ संतुलित चलता रहा लेकिन विकेट भी नियमित अंतराल पर गिरते रहे। अंत में पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही विदर्भ को आज पराजय झेलनी पड़ी और टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।

कर्नाटक के लिए केसी करियप्पा ने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 27 रन देकर दो विकेट झटके। उनके अलावा दर्शन एमबी, विद्याधर पाटिल, जगदीश सुचित और करुण नायर को भी एक-एक सफलता मिली।