पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली को आईसीसी ने आचार संहिता का दोषी पाया  पढ़ें क्या सजा सुनाई  

 

आईसीसी धारा अनुच्छेद 2.5 के मुताबिक, ‘‘एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान ऐसी भाषा,

एक्शन और भाव भंगिमा से संबंधित है जो बल्लेबाज को आउट होने के बाद

आक्रामक प्रतिक्रिया करने के लिये उकसा सकती है।’’ 

Newspoint24/एजेंसी इनपुट के साथ 


ढाका। पाकिस्तान के तेज बॉलर हसन अली को टी 20 मुकाबले में शनिवार को आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के लिए फटकार पड़ी । ढाका में खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान यह घटना घटी , टी20 मैच में बांग्लादेश की पारी के 17वें ओवर में हुई जब हसन अली ने बल्लेबाज नुरूल हसन को आउट करने के बाद अनुचित तरीके से इशारा किया था। हसन अली की इस हरकत से आईसीसी ने आचार संहिता के खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से संबंधित अनुच्छेद 2.5 के लेवल एक का उल्लघंन करते हुए पाया ।

वहीं धीमी ओवर गति के लिए बांग्लादेश के खिलाड़ियों पर भी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।

हसन के अनुशासनात्मक रिकार्ड में एक डिमैरिट अंक

आईसीसी धारा अनुच्छेद 2.5 के मुताबिक, ‘‘एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान ऐसी भाषा, एक्शन और भाव भंगिमा से संबंधित है जो बल्लेबाज को आउट होने के बाद आक्रामक प्रतिक्रिया करने के लिये उकसा सकती है।’’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक बयान में कहा, ‘‘इसके अलावा हसन के अनुशासनात्मक रिकार्ड में एक डिमैरिट अंक जोड़ दिया है जिनका यह 24 महीने में पहला उल्लघंन है।’’

वहीं बांग्लादेश के खिलाड़ियों पर मैच के दौरान धीमी ओवर गति के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है जिन्हें निर्धारित समय से एक ओवर कम पाया गया। आईसीसी ने कहा, ‘‘आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में गेंदबाजी में टीम के प्रत्येक ओवर कम फेंकने के लिये 20 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है।’’

हसन अली और बांग्लादेशी कप्तान महमुदुल्लाह ने मैच रैफरियों के एमिरेट्स आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल के नीयामुर राशिद द्वारा प्रस्तावित अपने उल्लघंन स्वीकार कर लिए हैं। जिसके बाद इन दोनों मामलों में आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी है।