हल्के लक्षणों वाले कोरोना संक्रमितों में तीन माह में तेजी से घटती है एंटीबॉडी

Newspoint24.com/newsdesk/ नयी दिल्ली। कोरोना संक्रमण से मुक्ति पाने वाले व्यक्तियों में निर्मित एंटीबॉडी कितने समय तक शरीर में मौजूद रहती है, इसे लेकर दुनिया भर में शोध किये जा रहे हैं। इसी कवायद के तहत अमेरिका में किये गये एक शोध से यह पता चला है कि हल्के लक्षणों वाले कोरोना संक्रमितों में पहले तीन
 

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नयी दिल्ली। कोरोना संक्रमण से मुक्ति पाने वाले व्यक्तियों में निर्मित एंटीबॉडी कितने समय तक शरीर में मौजूद रहती है, इसे लेकर दुनिया भर में शोध किये जा रहे हैं। इसी कवायद के तहत अमेरिका में किये गये एक शोध से यह पता चला है कि हल्के लक्षणों वाले कोरोना संक्रमितों में पहले तीन माह के दौरान तेजी से एंटीबॉडी घटती है।


यूनीवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया,लॉस एंजिल्स (यूसीएलए) के शोधकर्ताओं के मुताबिक कोरोना वायरस कोविड-19 से संक्रमित हल्के लक्षणों वाले मरीजों में संक्रमण के पहले तीन माह में एंटीबॉडी तेजी से घटती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि संक्रमण के प्रत्येक 36 दिन बाद एंटीबॉडी करीब आधी घटती रहती है।अगर एंटीबॉडी में इसी स्तर से गिरावट रही तो एक साल के अंदर संक्रमित व्यक्ति में एंटीबॉडी पूरी तरह खत्म हो जाती है।


यह शोध रिपोर्ट न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुई है। शोधकर्ताओं ने कोरोना संक्रमण के हल्के लक्षणों वाले 34 मरीजों पर यह अध्ययन किया। इन चयनित मरीजों में 20 महिलायें और 14 पुरुष थे, जिनकी उम्र 21 साल से 68 साल के बीच थी। इनमें संक्रमण के शुरुआती लक्षणों के औसतन 36 दिन तथा 82 दिन बाद एंटीबॉडी की जांच की गयी ।
शोधकर्ताओं ने कहा है कि हल्के लक्षणों वाले कोरोना संक्रमिताें में कोरोना निरोधक क्षमता अधिक समय नहीं रह पाती और यह चिंता का विषय है क्योंकि दुनियाभर में अधिकतर कोरोना संक्रमित हल्के लक्षणों वाले हैं। शोधकर्ताओं ने 90 दिन के बाद एंटीबॉडी की स्थिति पर अधिक अध्ययन की आवश्यकता पर बल दिया है।