पत्र विवाद पर अपनों की अपमानजनक टिप्पणी से हुआ दुख : आनन्द शर्मा

Newspoint24.com/newsdesk/ नई दिल्ली । नेतृत्व के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान का पटाक्षेप होता नहीं दिख रहा। आये दिन किसी भी किसी नेता की ओर से इस विषय पर बयान जारी होने से मामला लगातार गर्माया हुआ है। हालांकि पहले जहां आरोपों की बौछार हो रही थी वहीं अब पार्टी नेता अपनी
 

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नई दिल्ली । नेतृत्व के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान का पटाक्षेप होता नहीं दिख रहा। आये दिन किसी भी किसी नेता की ओर से इस विषय पर बयान जारी होने से मामला लगातार गर्माया हुआ है। हालांकि पहले जहां आरोपों की बौछार हो रही थी वहीं अब पार्टी नेता अपनी मंशा स्पष्ट करने में लगे हैं। इसी बीच अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में से एक आनन्द शर्मा ने पूरी घटनाक्रम को दुखद बताया है। अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा कि कार्यसमिति में जिस तरह से उनके पत्र को लेकर बयानबाजी हुई, उससे दुख हुआ। पार्टी को किसी भी तरह से नुकसान हो, ऐसा हमारी कोई मंशा नहीं थी।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनन्द शर्मा ने पत्र को लेकर मचे बवाल पर चुप्पी तोड़ते हुए सोमवार को कहा, ‘हमने जो लिखा उसमें कुछ भी छिपाने लायक नहीं था। पार्टी के अंदर कुछ परिवर्तन को लेकर सिर्फ सुझाव थे, जिसमें हमने पार्टी अध्यक्ष को भेजा था। साथ ही कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में ही पत्र को सार्वजनिक करने की बात कही गई थी लेकिन किसी और तरह से पत्र को जारी किया गया।’ उन्होंने कहा कि पत्र को लेकर जिस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणियां की गई, वह काफी दुखद है। जबकि अधिकतर लोगों ने तो उस पत्र को पढ़ा भी नहीं था।

आनंद शर्मा ने कहा कि उक्त पत्र में भी सिर्फ पार्टी मजबूती के लिए सकारात्मक सलाह दी गई थी। हम पार्टी को नुकसान पहुंचाने की सोच भी नहीं सकते। हमने पार्टी खड़ी की और अपना सबकुछ पार्टी को दिया, फिर भला उसको लेकर गलत ख्याल कैसे आएंगे।