स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा ज्वाइन करते समय लखनऊ सपा कार्यालय में भीड़ जुटाए जाने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया  

 

लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने newspoint24 से बातचीत में कहा कि बिना परमिशन सपा कार्यालय में रैली करने

की बात संज्ञान में आते ही उनकी टीम वहां पहुंची गई थी । पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ ही चुनाव आयोग के सीनियर

अधिकारी भी वहां पर मौजूद थे । लखनऊ के डीएम ने कहा  था कि रिपोर्ट आते ही नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद अब मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है।

Newspoint24/संवाददाता  


लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद दल-बदल की राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी के बड़े नेता लगातार सपा में शामिल हो रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी कार्यालय में आज कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुट गई। आचार संहिता के उल्लंघन पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश का कहना है कि बिना अनुमति समाजवादी पार्टी की रैली हो रही है। उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद पाया गया है कि आदर्श आचार संहिता और कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है। हमने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।


लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने newspoint24 से बातचीत में कहा कि बिना परमिशन सपा कार्यालय में रैली करने की बात संज्ञान में आते ही उनकी टीम वहां पहुंची गई थी । पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ ही चुनाव आयोग के सीनियर अधिकारी भी वहां पर मौजूद थे । लखनऊ के डीएम ने कहा  था कि रिपोर्ट आते ही नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद अब मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है।

भारतीय जनता पार्टी छोड़कर गए कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, धर्म सिंह सैनी सहित कई नेता समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने जा रहे थे। इसकेलिए शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के मुख्यालय विक्रमादित्य मार्ग पर समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें इन नेताओं ने अपनी ताकत का अहसास भी कराया। जिसके लिए हजारों की भीड़ जुटाई गई। वहां कार्यालय परिसर से लेकर बाहर मुख्य सड़क तक भीड़ जमा हो गई थी।

इसकी सूचना मिलने पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मध्य जोन की डीसीपी अपर्णा गौतम से इस संबंध में वार्ता कर मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा। हवाला दिया किया लखनऊ में धारा 144 लागू है। ऐसे में एक स्थान पर पांच या उससे अधिक लोग जुट नहीं सकते हैं। वहीं कोविड-19 का संक्रमण भी काफी तेज है। उसके नियमों का भी खुला उल्लंघन किया गया है। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। किसी को भी नियमों का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा।

‘बिना परमिशन सपा ऑफिस में हुई रैली’

सपा के यूपी प्रमुख नरेश उत्तम ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि उनकी पार्टी कार्यालय के अंदर एक वर्चुअल कार्यक्रम हो रहा था। उनकी तरफ से किसी को फोन नहीं किया गया था लेकिन फिर भी लोग आ गए। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काम कर रहे हैं। इसके साथ ही बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के मंत्रियों के दरवाजे और बाजारों में भी भीड़ है, लेकिन उन्हें बस सपा से परेशानी है।


चुनाव आयोग के नियमों की अनदेखी
गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर के बीच चुनाव आयोग ने फिजिकल रैली पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। लेकिन इसके बावजूद भी चुनाव आयोग के नियमों की अनदेखी करते हुए अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक बड़ी रैली की। बीजेपी से सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य संग हुंकार भर उन्होंने चुनाव आयोग के नियमों को पूरी तरह से ताक पर रख दिया। इस दौरान वहां पर हजारों की संख्या में भीड़ जुटी। आचार संहिता के उल्लंघन के बाद चुनाव आयोग के मामले पर संज्ञान लिया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य संग अखिलेश यादव की हुंकार
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी से सपा में शामिल हुए हैं। आज अखिलेश यादव ने फिजिकल रैली पर रोक लगने के बाद भी सपा कार्यालय में हजारों की संख्या में भीड़ जुटाकर चुनावी रैली को संबोधित किया। जिसके बाद लखनऊ के डीएम ने मामले में एक्शन लेते हुए पुलिस की टीम को तुरंत सपा ऑफिस रवाना किया। वहीं चुनाव आयोग के अधिकारी भी वहां पर मौजूद हैं ।

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