भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ी : 'बाहुबली' नौसेना में शामिल हुआ , ब्रह्मोस और बराक जैसे विध्वंसक मिसाइलों से लैस है

 

अधिकारियों ने कहा कि रविवार को नौसेना की ओर से एक समारोह आयोजित किया गया।

 पश्चिमी नौसेना कमान में आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और टॉप नौसैनिक कमांडर शामिल हुए। 

Newspoint24/एजेंसी इनपुट के साथ 


नई दिल्ली।  भारतीय नौसेना आज एक इतिहास रच दिया है।  आज यानी रविवार को गाइडेड विध्वंसक मिसाइल विशाखापत्तनम या फिर भारत में ही बनाया गया 'बाहुबली' को नौसेना में शामिल किया गया।  मिसाइलों और पनडुब्बी रोधी रॉकेटों से लैस अपने ही देश में बनाए गए 'स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक विशाखापत्तनम' को रविवार को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा।  मीडिया रिपोर्ट्स में यह बताया जा रहा है कि स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक विशाखापत्तनम ब्रह्मोस और बराक जैसे विध्वंसक मिसाइलों से लैस है।

35,000 करोड़ रुपये की परियोजना 15बी का पहला विध्वंसक 

अधिकारियों ने कहा कि रविवार को नौसेना की ओर से एक समारोह आयोजित किया गया।  पश्चिमी नौसेना कमान में आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और टॉप नौसैनिक कमांडर शामिल हुए।  उन्होंने कहा कि 'विशाखापत्तनम' सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, पनडुब्बी रोधी रॉकेट और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध एवं संचार उपकरणों सहित घातक हथियारों तथा सेंसर से लैस है।  उन्होंने कहा कि यह 35,000 करोड़ रुपये की परियोजना 15बी का पहला विध्वंसक है।  इस परियोजना के तहत कुल चार युद्धपोत बनाए जा रहे हैं। 

समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, भारतीय नौसेना के पश्चिमी कमान की ओर से आईएनएस विशाखापत्तनम के कमीशनिंग के लिए मुंबई में आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की।  स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम आज चालू होने के लिए पूरी तरह तैयार है। 

युद्धपोत की लंबाई 164 मीटर और वजन 7500 टन
भारतीय नौसेना के अधिकारियों के अनुसार, तकरीबन 30 नॉटिकल मील की गति से चलने में सक्षम इस युद्धपोत की लंबाई 164 मीटर और वजन 7500 टन है।  इस योद्धपोत का डिजाइन नौसेना डिजाइन निदेशालय ने बनाया है, जिसका निर्माण मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) में किया गया है।  यह देश का पहला पी-15बी क्लास का स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक है।