कोरोना इफेक्ट्स: तबलीगी जमात की नापाक हरकतों का खामियाजा मरने वालों की संख्या 86 तक पहुंची

खबर एक मिनट में कन्फर्म केस 3103 हो गए हैं, 558 मामले बढ़ गए एक्टिव केसों की संख्या 2788 तक पहुंच गई देश में अब तक 229 लोग ठीक हुए मरने वालों का आंकड़ा 86 तक पहुंचा दो दिनों में तबलीगी जमात से जुड़े 647 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हेल्थ मंत्रालय ने
 

खबर एक मिनट में
कन्फर्म केस 3103 हो गए हैं, 558 मामले बढ़ गए
एक्टिव केसों की संख्या 2788 तक पहुंच गई
देश में अब तक 229 लोग ठीक हुए
मरने वालों का आंकड़ा 86 तक पहुंचा
दो दिनों में तबलीगी जमात से जुड़े 647 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये
हेल्थ मंत्रालय ने दिशानिर्देश मानने का आग्रह किया

न्यूज़ पॉइंट 24 /न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। तबलीगी जमात की नासमझी हरकत से लॉकडाउन और सामाजिक दूरी से कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण पर जो अंकुश लगा था वह अब ढीला होता जा रहा है। कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों के बढ़ने के साथ ही शुक्रवार को कन्फर्म केस 3103 हो गए हैं, 558 मामले बढ़ गए हैं, वही एक्टिव केसों की संख्या 2788 तक पहुंच गई है, देश में अब तक 229 लोग ठीक हुए हैं, वही मरने वालों का आंकड़ा 86 तक पहुंच गया है।

गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित दरगाह पर तबलीगी जमात के लोगों के इकट्ठा होने के बाद कोरोना का कहर देश के तमाम हिस्सों में बढ़ता जा रहा है। तबलीगी जमात में शामिल लोग देश के तमाम हिस्सों में वापस गए और अपने साथ ले गए कोरोना वायरस के संक्रमण को अपने आसपास के क्षेत्रों में प्रसाद के रूप में फैलाया, इसका ही नतीजा है कि केंद्र सरकार के तमाम एहतियात और सख्ती के बाद इस महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों को पर तबलीगी जमात के लोगों ने पानी फेर दिया है। देश में सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र हुआ है, मुंबई के मुंब्रा और थाणे में तबलीगी जमात के लोगों को आज चिन्हित किया गया ,लॉक डाउन के बाद देश को राहत की जो सांस मिली थी, उसे तबलीगी जमात के लोगों ने मुश्किल में डाल दिया है।

हेल्थ मंत्रालय के अनुसार दो दिनों में तबलीगी जमात से जुड़े 647 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं तथा ये 14 राज्यों अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, असम, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से हैं। पिछले कुछ दिनों में लॉकडाउन से जो सफलता मिली थी, वह एक खास घटना की वजह से काफी हतोत्साहित करने वाली है।

3 अप्रैल मिडनाइट तक के आंकड़े

लॉकडाउन और सामाजिक दूरी से जो सफलता मिली थी और पिछले दो दिनों में जितने भी केस सामने आए हैं, उससे साफ है कि एक खास घटना की वजह से हमारे प्रयास असफल हो सकते हैं क्योंकि संक्रमित तो बढ़ रहे थे लेकिन उनमें खास बढ़ोतरी नहीं हो रही थी। यह बात अच्छी तरह से समझ लेनी है कि एक संक्रामक बीमारी से देश लड़ रहा है और इससे यही साबित होता है कि एक भी आदमी की असफलता से सारी मेहनत बेकार हो जाती है।

देश के विभिन्न राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में जहां पर भी कोरोना वायरस के पाजिटिव मामले पाये गये हैं, वहां की राज्य सरकारों को निर्देश दिए गये हैं कि जहां भी ऐसे मामले देखे गये हैं, वहां सघन जांच अभियान चलाकर संभावित मामलों का पता लगाया जाए।

हेल्थ मंत्रालय ने दिशानिर्देश मानने का आग्रह किया

मंत्रालय के अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया कि वे लॉकडाउन की अवधि के दौरान दिशानिर्देशों का पालन करें और धार्मिक सभाओं सहित विभिन्न आयोजनों से बचें। उनका कहना है कि देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की एक वजह तबलीगी जमात के दिल्ली में लोगों का दिल्ली में जमावड़ा रहा। तमाम लोग देश के अलग-अलग राज्यों में अपने घरों में चले गए। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में विदेशी नागरिकों के आने से उनके बीच संक्रमण तेजी से फैला। बाद में इन लोगों के अपने राज्यों में जाने से संक्रमण फैल गया। अब वहां के लोगों की जांच की जा रही है और उन्हें अलग रखा जा रहा है। पुलिस देश भर में ऐसे लोगों की तलाश कर रही है ताकि उन्हें अलग रखकर जांच की जा सके और संक्रमण फैलने से रोका जा सके।