भारत-चीन सीमा टकराव के बाद रेलवे ने 471 करोड़ का चीन की कंपनी का ठेका किया रद्द

Newspoint24.com/newsdesk/सुशील बघेल/ नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर ताजा झड़पों के बीच भारतीय रेलवे ने गुरुवार को चीन की एक कंपनी का 471 करोड़ का ठेका रद्द कर दिया। रेलवे ने अनुबंध को समाप्त करने का कारण सुस्त कार्य प्रगति को बताया है। यह कदम भारत और चीन की सेना के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर
 

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नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर ताजा झड़पों के बीच भारतीय रेलवे ने गुरुवार को चीन की एक कंपनी का 471 करोड़ का ठेका रद्द कर दिया। रेलवे ने अनुबंध को समाप्त करने का कारण सुस्त कार्य प्रगति को बताया है। यह कदम भारत और चीन की सेना के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के बाद आया है। इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।


डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (डीएफसीसीआईएल) ने जून 2016 में बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन ग्रुप कंपनी लिमिटेड को 471 करोड़ का ठेका दिया गया और आज उसे समाप्त करने का निर्णय लिया है। डीएफसीसीआईएल भारतीय रेलवे द्वारा संचालित एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू) है। यह अनुबंध कानपुर-दीन दयाल उपाध्याय खंड में 417 किलोमीटर लम्बे रेलमार्ग पर सिग्नलिंग और दूरसंचार कार्य से संबंधित है।


डीएफसीसीआईएल ने कहा है कि परियोजना को चार साल बीतने के बावजूद केवल 20 प्रतिशत कार्य पूरा किया गया। इसने तकनीकी दस्तावेजों (अनुबंध के अनुसार), इंजीनियरों की अनुपलब्धता, सामग्री की खरीद में निष्क्रियता और प्रगति में कोई सुधार नहीं करने के लिए कंपनी की अनिच्छा का हवाला दिया। डीएफसीसीआईएल ने कहा कि भौतिक कार्य प्रगति नहीं कर सके, क्योंकि स्थानीय एजेंसियों के साथ उनका कोई संबंध नहीं है।