राम मंदिर पर निर्णय स्वीकारना सौहार्द का बेहतरीन उदाहरण: रामनाथ कोविंद

Newspoint24.com/newsdesk/ नयी दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि देशवासियों ने न्यायिक निर्णय को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हुए विश्व समुदाय के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया। कोविंद ने 74वें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को
 

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नयी दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि देशवासियों ने न्यायिक निर्णय को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हुए विश्व समुदाय के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया। कोविंद ने 74वें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि 10 दिन पहले ही अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ है और इससे देशवासियों को गौरव की अनुभूति हुई है। देशवासियों ने लंबे समय तक धैर्य और संयम का परिचय दिया और देश की न्याय व्यवस्था में सदैव आस्था बनाए रखी।

राष्ट्रपति ने कहा, “श्रीराम जन्मभूमि से संबंधित न्यायिक प्रकरण को भी समुचित न्याय-प्रक्रिया के अंतर्गत सुलझाया गया। सभी पक्षों और देशवासियों ने उच्चतम न्यायालय के निर्णय को पूरे सम्मान के साथ स्वीकार किया और शांति, अहिंसा, प्रेम एवं सौहार्द के अपने जीवन मूल्यों को विश्व के समक्ष पुनः प्रस्तुत किया।
इसके लिए मैं सभी देशवासियों को बधाई देता हूं।”

उन्होंने कहा कि जब भारत ने स्वाधीनता हासिल की थी, तो कुछ लोगों ने यह आशंका जताई थी कि लोकतंत्र का यह प्रयोग सफल नहीं होगा। वे भारतीय प्राचीन परंपराओं और बहुआयामी विविधता को राज्य-व्यवस्था के लोकतंत्रीकरण के मार्ग में बाधा समझते थे। कोविंद ने कहा, “लेकिन हमने अपनी परम्पराओं और विविधता को सदैव अपनी ताकत समझकर उनका संवर्धन किया है और इसीलिए दुनिया का यह सबसे बड़ा लोकतंत्र इतना जीवंत है। मानवता की भलाई के लिए भारत को अग्रणी भूमिका निभाते रहना है।