देश में कोरोना की तीसरी लहर , महानगरों में ओमिक्रॉन का कहर शुरू,कोविड टॉस्क फोर्स के चीफ डॉ. एनके अरोड़ा ने की पुष्टि 

 

देश में कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है।

उन्होंने कहा है कि महानगरों से ओमिक्रॉन  से जुड़े मामले अधिक संख्या में मिल रहे हैं। डॉ. अरोड़ा ने कहा

है कि मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में इस वक्त 75 फीसदी मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट से जुड़े हुए हैं।

Newspoint24/संवाददाता /एजेंसी इनपुट के साथ

नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर आ गई है। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन इसकी सबसे बड़ी वजह है। कोविड टॉस्क फोर्स के चीफ डॉ. एनके अरोड़ा ने इसकी पुष्टि कर दी है। देश में कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। उन्होंने कहा है कि महानगरों से ओमिक्रॉन  से जुड़े मामले अधिक संख्या में मिल रहे हैं। डॉ. अरोड़ा ने कहा है कि मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में इस वक्त 75 फीसदी मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट से जुड़े हुए हैं।

एक हफ्ते में ही दोगुनी हुई रफ्तार

एनडीटीवी से बातचीत में डॉ. अरोड़ा ने कहा- देखिए दिसंबर के शुरुआती सप्ताह में ओमिक्रॉन का पहला मामला देश में मिला था। अब अगर पिछले हफ्ते की बात करें तो राष्ट्रीय स्तर पर 12 फीसदी मामले इससे जुड़े हुए हैं। इसके बाद जो सप्ताह गुजरा उसमें 28 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हुई। इसलिए ये बेहद तेजी के साथ बढ़ रहा है। यह भी कहना होगा कि बड़े शहरों विशेष तौर पर दिल्ली में 75 फीसदी मामले ओमिक्रॉन से जुड़े हुए हैं।

इससे पहले कोविड वैक्सीन रणनीति पैनल के हेड डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि बूस्टर डोज के महत्व को लेकर अभी तस्वीर और साफ होना बाकी है। उन्होंने कहा कि कई देश वैक्सीन की चार डोज को लेकर भी विचार कर रहे हैं। डॉ. अरोड़ा ने कहा है कि बूस्टर डोज के बारे में हमारी समझ और विज्ञान के बीच बड़ा अंतर है।

 दिल्ली और मुंबई का हाल
-दिल्ली और मुंबई में मिले ज्यादातर केस लक्षणविहीन हैं जो दिखाते हैं कि नई लहर ओमिक्रॉन से जुड़ी हो सकती है। बीएमसी के डेटा के मुताबिक मुंबई में 89 प्रतिशत मामले लक्षणविहीन हैं।

-देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मामलों में जबरदस्त उछाल आया है। सरकार की तरफ से लोगों को कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल फॉलो करने और वैक्सीनेशन करवाने की अपील की गई है।

गर्भवती महिलाओं में वैक्सीनेशन पर चिंता
चिंता जाहिर करते हुए डॉ. अरोड़ा ने कहा है कि देश में 4.5 करोड़ गर्भवती महिलाओं में से केवल 10 प्रतिशत ने वैक्सीनेशन स्वीकार किया है। इसका मतलब ये है कि करीब 4 करोड़ महिलाएं इस वक्त बिना वैक्सीनेशन के हैं। गौरतलब है कि कोरोना की शुरुआत से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कोरोना महामारी के लिए संवेदनशील माना गया है।

 भारत में कोरोना वायरस संक्रमण बेहद तेजी से पैर पसार रहा है। ओमिक्रॉन वेरिएंट   के केस भी राज्‍यों में लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 33,750 नए केस सामने आए हैं।

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