Commonwealth Games 2022 : 92 साल के इतिहास में पहला मौका महिला लॉन बॉल्स में टीम इंडिया को गोल्ड ,भारत ने चौथा गोल्ड जीता 

 

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

बर्मिंघम। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने चौथा गोल्ड जीत लिया है। पांचवें दिन महिला लॉन बॉल्स के फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है।

कॉमनवेल्थ गेम्स के 92 साल के इतिहास में पहला मौका है, जब भारतीय लॉन बॉल्स महिला टीम ने कोई मेडल जीता है। फाइनल मैच में भारतीय खिलाड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की ने शानदार प्रदर्शन किया। 1930 से कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हुई। पहले टूर्नामेंट से ही लॉन बॉल्स कॉमनवेल्थ का हिस्सा है, लेकिन भारतीय महिला टीम कभी इसमें कोई भी मेडल नहीं जीत सकी थी।

 

क्या होता है लॉन बॉल्स यहां जाने 

 

गेम में बड़ी बॉल को जैक (सबसे छोटी बॉल) यानी की टारगेट के पास पहुंचाना होता है। जिसकी बॉल जैक के सबसे नजदीक पहुंचती है, अंक उसे मिलता है।

टीम इंडिया मंगलवार को साउथ अफ्रीका को हराकर गोल्ड मेडलर जीता। 92 साल के कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में पहली बार भारत ने इस खेल का कोई मेडल जीता है। वह भी सीधा गोल्ड।

इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में यह आउटोड यानी लॉन में खेला जाने वाला एख बॉलिंग गेम है। इसे घास या मैच पर खेला जाता है। इसमें खिलाड़ी को अलग-अलग रंगों की बॉल को 23 मीटर की दूरी से टारगेट (जैक) के पास पहुंचाना होता है। जिसकी बॉल सबसे टारगेट के सबसे नजदीक जाती है उसे अंक मिलता है। खिलाड़ी मैच में बारी-बारी से बॉल लुढ़काते हैं।

जैक एक छोटी बॉल होती है। जिसका डायामीटर 63-67 MM होता है, जबकि बड़ी बॉल का डायामीटर 112-134 MM का होता है। यह बॉल ऐसे डिजाइन होती है कि कभी एक सीधी लाइन में नहीं लुढ़कती है।

उधर, हॉकी में भारत इंग्लैंड के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। इंग्लैंड की टीम ने धमाकेदार शुरुआत करते हुए तीसरे मिनट में ही गोल दाग कर 1-0 बढ़त ले ली है।

श्रीशंकर मुरली और मोहम्मद अनीस फाइनल में
भारतीय लॉन्ग जंपर श्रीशंकर मुरली और मोहम्मद अनीस ने फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। साथ ही शॉटपुट विमेंस में मनप्रीत ने मेडल राउंड में जगह बना ली है।मेंस लॉन्ग जंप इवेंट के क्वालिफाइंग राउंड में केरल के श्रीशंकर ने पहली ही छलांग में 8.05 मीटर की दूरी मापते हुए फाइनल में जगह बनाई हैं। वहीं, मोहम्मद अनीस 7.68 मीटर की छलांग के साथ 8वें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। साथ ही शॉटपुटर मनप्रीत 16.98 मीटर के साथ 7वें स्थान पर रहीं। दूसरी ओर भारतीय महिला टीम विमेंस फोर इवेंट के फाइनल में साउथ अफ्रीका से 8-2 से आगे चल रही है।

वेटलिफ्टिंग : मेडल से चूकीं पूनम यादव, पिछली बार गोल्ड जीता था
भारतीय वेटलिफ्टर पूनम यादव विमेंस 76KG वेट कैटेगरी में मेडल जीतने से चूक गईं। उन्होंने स्नैच में 98 KG वेट उठाया। लेकिन, क्लीन एंड जर्क के तीन प्रयास में वे एक बार भी 116 KG वेट नहीं उठा पाईं। पूनम 2018 कॉ़मनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट थीं और इस बार भी उनसे सोने के तमगे की उम्मीद थी।

क्लीन एंड जर्क के तीसरे प्रयास में पूनम ने वेट उठा लिया था। लेकिन, रेफरी के सिग्नल से पहले ही उन्होंने बारबेल नीचे रख दिया और उनकी लिफ्ट डिसक्वालिफाई कर दी गई। भारतीय दल ने रेफरी के फैसले को चैलेंज भी किया लेकिन गेम्स ज्यूरी ने इसे खारिज कर दिया।

मिशन बर्मिंघम पर भारतीय पहलवान

भारतीय रेसलिंग टीम मंगलवार को कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने के लिए बर्मिंघम के लिए रवाना हो गई। SAI ने टीम के रवानगी से पहले का फोटो पोस्ट किया है।

 
शाम 4:10 बजे स्विमिंग एंड पैरा स्विमिंग के मेंस 1500 मीटर फ्रीस्टाइल कैटेगरी में अद्वैत पागे उतरेंगे। शाम 5:30 बजे आर्टिस्टिक जिमनास्टिक्स के मेन्स वॉल्ट फाइनल में सत्यजीत मंडल का मैच होगा। शाम 6:30 बजे वेटलिफ्टिंग के मेंस 96 Kg ऑल ग्रुप्स विकास ठाकुर का मुकाबला होगा।


चौथे दिन भारत का रहा दबदबा
कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथे दिन भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। बॉक्सिंग में अमित पंघाल ने 51 KG वेटकैटेगरी में शानदार प्रदर्शन करते हुए वानूआतू के नाम्री बेरी को 5-0 से हरा कर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। वहीं, लॉन बॉल्स में भारतीय विमेंस टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में पहुंची है। 1930 से कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल्स खेला जा रहा है, लेकिन आज तक टीम इंडिया फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। भारत ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया है। अब फाइनल में साउथ अफ्रीका से मुकाबला होगा।

वेटलिफ्टिंग की मेंस 81KG वेट कैटेगरी में भारत के अजय सिंह मेडल जीतने से चूक गए। उन्होंने स्नैच और क्लीन एंड जर्क मिलाकर 319 KG वेट उठाया और चौथे स्थान पर रहे। इंग्लैंड के क्रिस मरे (325 KG) ने गेम्स रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीता। अजय ने स्नैच के पहले प्रयास में 138 KG, दूसरे में 140 KG और तीसरे में 143 KG का वजन उठाया। वहीं, क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 172 और 176 KG वेट उठाया। तीसरा प्रयास विफल रहा।


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