देश का पहला पैसेंजर ड्रोन तैयार : 130 किलोग्राम के वजन के साथ उड़ान भर सकता है और 25 किमी. का सफर 25 से 33 मिनट में पूरा कर लेगा

 

कंपनी के को-फाउंडर बब्बर ने बताया कि ड्रोन हवा में तकनीकी खराबी के बाद भी सुरक्षित लैंडिंग करने में सक्षम है।

इसमें एक पैराशूट भी है, जो इमरजेंसी या खराबी के दौरान अपने आप खुल जाएगा और ड्रोन सुरक्षित लैंड हो जाएगा।

इसके साथ ही वरुण का इस्तेमाल एयर एम्बुलेंस और दूर के इलाकों में सामान के ट्रांसपोर्ट के लिए किया जा सकता है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ   

मुंबई। महाराष्ट्र में भारतीय नौसेना के लिए देश का पहला पैसेंजर ड्रोन तैयार किया गया है। ड्रोन का नाम वरुण है। ये 130 किलोग्राम के वजन के साथ उड़ान भर सकता है और 25 किमी. का सफर 25 से 33 मिनट में पूरा कर लेगा। ड्रोन को पुणे की चाकन सागर डिफेंस इंजीनियरिंग कंपनी ने बनाया है।

ड्रोन का प्रदर्शन जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने किया गया था, यहां उनके साथ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सोशल मीडिया अकाउंट पर इसका वीडियो भी शेयर किया गया था।

तकनीकी खराबी में पैराशूट के जरिए सुरक्षित लैंडिंग
कंपनी के को-फाउंडर बब्बर ने बताया कि ड्रोन हवा में तकनीकी खराबी के बाद भी सुरक्षित लैंडिंग करने में सक्षम है। इसमें एक पैराशूट भी है, जो इमरजेंसी या खराबी के दौरान अपने आप खुल जाएगा और ड्रोन सुरक्षित लैंड हो जाएगा। इसके साथ ही वरुण का इस्तेमाल एयर एम्बुलेंस और दूर के इलाकों में सामान के ट्रांसपोर्ट के लिए किया जा सकता है।

3 महीनों में शुरू हो जाएगा वरुण का परीक्षण
ड्रोन पूरी तरह से ऑटोमैटिक है। यानी नेवी ऑफिसर्स को सिर्फ इसमें बैठना होगा ड्रोन उन्हें खुद ही एक जगह से दूसरी जगह ले जाएगा। इसके साथ ही अगले 3 महीनों में वरुण का समुद्री परीक्षण शुरू हो जाएगा।
 
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