हमले में भारतीय मूल के साहित्यकार सलमान रुश्दी ने गंवाई एक आंख की रोशनी, एक हाथ हुआ बेकार
![Indian-origin litterateur Salman Rushdie lost one eye in the attack, one hand wasted](https://newspoint24.com/static/c1e/client/84309/uploaded/f64859b5395487699b5a2329387b58dd.png)
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के साहित्यकार सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क हुए हमले में अपनी एक आंख की रोशनी गंवाने के साथ ही उनका एक हाथ भी बेकार हो गया है। रुश्दी पर पश्चिमी न्यूयॉर्क में अगस्त में एक साहित्यिक कार्यक्रम के मंच पर हुआ था।
यह जानकारी साहित्यिक एजेंट एंड्रयू वायली ने शनिवार को स्पेनिश समाचार पत्र एल पेस को दी। रिपोर्ट के अनुसार हमले में रुश्दी की गर्दन पर तीन गंभीर घाव और उनकी छाती तथा धड़ पर 15 घाव थे। उनकी एक आंख की दृष्टि चली गई और एक हाथ अक्षम हो गया।
रुश्दी (75) के उपन्यास द सैटेनिक वर्सेज के प्रकाशन के बाद ईरान के अयातुल्ला खामनेई ने 1989 में उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। इस वजह से रुश्दी ने कई वर्ष छिपकर गुजारे। हालांकि पिछले दो दशकों में, उन्होंने स्वतंत्र रूप से यात्रा की है।
हमला करने का आरोपित न्यूजर्सी के फेयरव्यू का हादी मतेर जेल में बंद है। हमले के बाद रुश्दी का पेनसिलवेनिया के अस्पताल में इलाज हुआ जहां कुछ समय उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। वायली ने बताया कि इस बर्बर हमले में रुश्दी के बांह की नसें कट गई। वायली ने अखबार से कहा कि वह यह नहीं बताएंगे कि रुश्दी अस्पताल में ही हैं या फिर कहां हैं। वायली ने कहा, वह जीवित हैं और यही सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
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