योगी आज दंडाधिकारी हैं:गुरु गोरक्षनाथ का पूजन किया, संतों की अदालत में गोरक्षपीठाधीश्वर करेंगे सुनवाई

योगी आज दंडाधिकारी हैं:गुरु गोरक्षनाथ का पूजन किया, संतों की अदालत में गोरक्षपीठाधीश्वर करेंगे सुनवाई
शक्तिपीठ में वेदी पूजनोपरांत सीएम योगी मंदिर के अन्य साधु संतों के साथ संस्कृत विद्यापीठ के आचार्यगण और वेदपाठी छात्रों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीनाथ जी के मुख्य मंदिर पहुंचे, और विधि विधानपूर्वक उनकी पूजा की, आरती उतारी।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में नवमी पूजन करने के बाद दशहरा मना रहे हैं। योगी गोरक्षपीठाधीश्वर के विशेष परिधान में सीएम योगी ने पीठ की परंपरा का अनुसरण करते हुए मंगलवार सुबह 9 बजे से विधि विधानपूर्वक श्रीनाथ जी की पूजा-आराधना की। इस विशिष्ट पूजन की शुरुआत गोरखनाथ मंदिर में शक्तिपीठ से हुई जहां नवरात्र प्रतिपदा से अनुष्ठान चल रहे थे।

शक्तिपीठ में वेदी पूजनोपरांत सीएम योगी मंदिर के अन्य साधु संतों के साथ संस्कृत विद्यापीठ के आचार्यगण और वेदपाठी छात्रों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीनाथ जी के मुख्य मंदिर पहुंचे, और विधि विधानपूर्वक उनकी पूजा की, आरती उतारी।

आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परंपरागत वेशभूषा में नजर आते हैं। गोरखनाथ मंदिर में पूजन की शुरुआत शक्तिपीठ के पूजन से हुआ।

आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परंपरागत वेशभूषा में नजर आते हैं। गोरखनाथ मंदिर में पूजन की शुरुआत शक्तिपीठ के पूजन से हुआ।

योगी ने की श्रीनाथ जी विशेष पूजा
साथ ही मंदिर में प्रतिष्ठित सभी देव विग्रहों का विशिष्ट पूजन किया। मुख्यमंत्री ने करबद्ध होकर श्रीनाथ जी और सभी देव विग्रहों की परिक्रमा भी की। इस दौरान नाथपंथ के परंपरागत विशेष वाद्य यंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट, डमरू की गूंज से पूरा मंदिर परिसर भक्ति सागर में हिलोरें ले रहा था।
इसके बाद सीएम योगी ने मंदिर में ही कन्या पूजन किया। सीएम ने पहले कुंवारी कन्याओं और बटूक भैरो के थाल में पैर धूले और फिर उन्हें अपने हाथों से परोसकर भोजन कराया। भोजन के बाद सीएम ने सभी को दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया और विदा किया।

वेदपाठी छात्रों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीनाथ जी के मुख्य मंदिर पहुंचे, और विधि विधानपूर्वक उनकी पूजा की, आरती उतारी।

वेदपाठी छात्रों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीनाथ जी के मुख्य मंदिर पहुंचे, और विधि विधानपूर्वक उनकी पूजा की, आरती उतारी।

योगी करेंगे संतों के विवादों का निपटारा
गोरक्षपीठ में विजयदशमी पर संतों की अदालत लगती है और दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं गोरक्षपीठाधीश्वर। नाथपंथ की परंपरा के अनुसार हर साल विजयदशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर द्वारा संतों के विवादों का निस्तारण किया जाता है।

दरअसल, योगी आदित्‍यनाथ नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्‍यक्ष भी हैं। इसी पद पर वह दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं। गोरखनाथ मंदिर में विजयदशमी को पात्र पूजा का कार्यक्रम होता है। इसमें गोरक्षपीठाधीश्वर संतो के आपसी विवाद सुलझाते हैं। विवादों के निस्तारण से पहले संत पात्र देव के रूप में योगी आदित्यनाथ का पूजन करते हैं। पात्र देवता के सामने सुनवाई में कोई भी झूठ नहीं बोलता है। पात्र पूजा संत समाज में अनुशासन का पर्याय माना जाता है।

  • अब आइए, तस्वीरों में देखते हैं गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी का दशहरा...

गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के अंदर वेदपाठी छात्रों के वैदिक मंत्रोच्चार होता रहा।

गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के अंदर वेदपाठी छात्रों के वैदिक मंत्रोच्चार होता रहा।

श्रीनाथ जी के मुख्य मंदिर पहुंचे, और विधि विधानपूर्वक उनकी पूजा की, आरती उतारी।

श्रीनाथ जी के मुख्य मंदिर पहुंचे, और विधि विधानपूर्वक उनकी पूजा की, आरती उतारी।

मंदिर भ्रमण के वक्त शिवलिंग की पूजा करते हुए योगी नजर आए।

मंदिर भ्रमण के वक्त शिवलिंग की पूजा करते हुए योगी नजर आए।

गोरखनाथ मंदिर में भीम सरोवर पर भीम जी की पूजा करते CM योगी।

गोरखनाथ मंदिर में भीम सरोवर पर भीम जी की पूजा करते CM योगी।

योगी आदित्यनाथ ने हवन कुंड को प्रसाद अर्पित किया।

योगी आदित्यनाथ ने हवन कुंड को प्रसाद अर्पित किया।

अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की पूजा करते CM।

अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की पूजा करते CM।

गोरखनाथ मंदिर के गर्भगृह में पूजा करते हुए सीएम योगी।

गोरखनाथ मंदिर के गर्भगृह में पूजा करते हुए सीएम योगी।

गोरखनाथ मंदिर में योगी हनुमान जी की पूजा करते हुए।

गोरखनाथ मंदिर में योगी हनुमान जी की पूजा करते हुए।

इस दौरान सीएम योगी ने मंदिर में भ्रमण किया।

इस दौरान सीएम योगी ने मंदिर में भ्रमण किया।

गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलकोत्सव गोरखनाथ मंदिर के तिलक हाल में शुरू हो चुका है।

गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलकोत्सव गोरखनाथ मंदिर के तिलक हाल में शुरू हो चुका है।

नाथपंथ के परंपरागत विशेष वाद्य यंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट, डमरू की गूंज से पूरा मंदिर परिसर भक्ति सागर में हिलोरें ले रहा था।

नाथपंथ के परंपरागत विशेष वाद्य यंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट, डमरू की गूंज से पूरा मंदिर परिसर भक्ति सागर में हिलोरें ले रहा था।

इस दौरान, मंदिर परिसर में बाहर राधा-कृष्ण के भजन होते भी नजर आए।

इस दौरान, मंदिर परिसर में बाहर राधा-कृष्ण के भजन होते भी नजर आए।

गोरखनाथ मंदिर से भव्य शोभायात्रा
वहीं, आज शाम परंपरा के अनुसार गोरखनाथ मंदिर से विजयादशमी की भव्य शोभायात्रा भी धूमधाम से निकलेगी। गोरक्षपीठाधीश्वर खुद इस शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे। परंपरागत शोभायात्रा में हर वर्ग के लोग तो शामिल होंगे। इसका अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम और बुनकर समाज) के लोगों द्वारा भव्य स्वागत भी किया जाएगा।

पीठाधीश्वर, गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लेकर अपने वाहन पर सवार होंगे। तुरही, नगाड़े और बैंड बाजे की धुन के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी। यहां गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ से जुड़े मानसरोवर मंदिर पर देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद उनकी शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी।

श्रीराम का राजतिलक करेंगे गोरक्षपीठाधीश्वर
गोरक्षपीठाधीश्वर यहां चल रही रामलीला में वह प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इसके साथ ही प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण व हनुमानजी का पूजन कर आरती भी उतारी जाएगी। यही नहीं, विजयादशमी के दिन गोरखनाथ मंदिर में होने वाले पारंपरिक तिलकोत्सव कार्यक्रम में गोरक्षपीठाधीश्वर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद भी देंगे। विजयादशमी की शाम को गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत भोज का भी आयोजन होगा। जिसमें अमीर-गरीब और जाति-मजहब के विभेद से परे बड़ी संख्या में सर्वसमाज के लोग शामिल होते हैं।

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