वाराणसी : हटाए गए CP मुथा अशोक जैन:वाराणसी में मोहित अग्रवाल तीसरे पुलिस कमिश्नर
![अशोक जैन को एडीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड में जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें वाराणसी में नवंबर 2022 में सीपी बनाया गया था। वहीं सीपी मुथा अशोक जैन के स्थानांतरण की जानकारी मिलने के साथ ही पुलिस महकमे में गहमागहमी शुरू हो गई है।](https://newspoint24.com/static/c1e/client/84309/uploaded/03513aa97a5175233da1dd6247d3f9b1.jpg)
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के 24 घंटे बाद शासन ने जिले में नए पुलिस कमिश्नर की तैनाती की है। PM मोदी की नाराजगी के चलते शासन ने एडीजी मुथा अशोक जैन को हटा दिया है। IIT-BHU दुष्कर्म कांड समेत कानून व्यवस्था में नाकामी के चलते सीपी पर गाज गिरी है।
अशोक जैन को एडीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड में जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें वाराणसी में नवंबर 2022 में सीपी बनाया गया था। वहीं सीपी मुथा अशोक जैन के स्थानांतरण की जानकारी मिलने के साथ ही पुलिस महकमे में गहमागहमी शुरू हो गई है।
आईपीएस मोहित अग्रवाल अब वाराणसी के नए सीपी होंगे।
उधर, आईपीएस मोहित अग्रवाल वाराणसी के तीसरे पुलिस कमिश्नर होंगे। बरेली के फरीदपुर के निवासी ADG मोहित अग्रवाल 1997 बैच के IPS अफसर हैं। 2004 में उन्नाव और 2007 में कानपुर देहात में एसपी रहे। एटीएस में तैनाती से पहले मोहित अग्रवाल की कानपुर रेंज में आईजी रहे हैं। चार जुलाई 2019 को से लेकर दो साल तक आईजी रहे। बिकरू कांड के बाद हुए अभियुक्तों के साथ पुलिस की पहली मुठभेड़ में आईजी खुद शामिल रहे थे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटकर मिला था वाराणसी का चार्ज
वाराणसी में दूसरे पुलिस कमिश्नर के तौर पर अशोक मुथा जैन को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद चार्ज मिला था। 1995 बैच के आइपीएस वाराणसी में एसपी सिटी भी रहे थे हालांकि पुलिस कमिश्नर नियुक्त होने से पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में वह डिप्टी डायरेक्टर जनरल थे। अभिनेता शाहरुख खान के बेटे व अभिनेता सुशांत राजपूत-रिया चक्रवर्ती ड्रग प्रकरण में काफी सुर्खियां बटोरी थी।
यह तस्वीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी दौरे पर यातायात व्यवस्था सुनश्चित कराते सीपी अशोक मुथा जैन की है।
वादे पूरे नहीं कर सके जैन
नवंबर 2022 को वाराणसी पुलिस कमिश्नर का पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने ट्रैफिक समस्या से निपटने, फरियादियों से उचित व्यवहार करने, और शहर में सुरक्षा के विशेष प्रबंध की बात कही थी। मुथा जैन ने नशे पर सख्ती से रोक लगाने का वादा भी किया था। लेकिन उनके चौदह महीने के कार्यकाल में ऐसा कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख सका।
न साइबर अपराध पर लगाम लगी न महिला सुरक्षा पर रोक
मुथा अशोक जैन के कार्यकाल में साइबर अपराध को रोकने महिला अपराध पर लगाम लगाने की भी बात की गई थी, साथ ही टॉप इनामी बदमाशों को गिरफ्तार करने को लेकर सूची तैयार कराई गई थी। लेकिन इन तीनों मामलों पर भी कोई विशेष सफलता पुलिस को नहीं मिली।
वाराणसी में साइबर फ्रॉड के मामलों पर नजर डालें तो साल 2022 में 2060 साइबर फ्राड के मामले सामने आये जब कि 21.5 करोड़ रुपये का मनी फ्राड हुआ। वहीं 2023 में 2700 मामले सामने आए जिसमें 27.5 करोड़ का मनी फ्राड हुआ।
महिला सुरक्षा पर भी लगाम नहीं लगा सकी
जनवरी 2023 में राजातालाब में सास, पत्नी और ससुर की हत्या से इलाका दहल गया था। इसके बाद अप्रैल महीने में प्रेमी ने प्रेमिका की हत्या की और उसकी लाश सीवर में डालकर थाने पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। इस घटना के बाद वाराणसी पुलिस में हड़कंप मचा रहा। अप्रैल महीने में ही मिर्जामुराद थाना क्षेत्र में एक महिला की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी।
इस मामले में पुलिस ने पति को ही आरोपी बनाया था। अप्रैल में ही कपसेठी थाना क्षेत्र के मटुका (तख्खू बावली) गांव में ब्यूटी पार्लर संचालिका कंचन पटेल की हत्या कर दी गई। हत्या उसकी डॉक्टर दोस्त ने ही की थी। इसके अलावा एक जनवरी 2024 को चर्च कंपाउंड में महिला की हत्या और फिर कपसेठी की किशोरी का ट्रेन में बोरे में मिला शव भी इस बात को इंगित कर रहा है कि पुलिस कमिश्नर अपनी प्राथमिकताओं को अमली जमा नहीं पहना पाए थे।