वाराणसी एयरपोर्ट पर काशी की खूबसूरती:नए लुक की तस्वीरें जारी हुई , टर्मिनल में दिखेंगे गंगा घाट, मंदिर के घंटे और सारनाथ के प्रतीक

वाराणसी एयरपोर्ट पर काशी की खूबसूरती:नए लुक की तस्वीरें जारी हुई , टर्मिनल में दिखेंगे गंगा घाट, मंदिर के घंटे और सारनाथ के प्रतीक

 Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी । लाल बहादुर शास्त्री बाबतपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एक्सपेंशन डिजाइन का फर्स्ट लुक जारी किया गया है। यह नया लुक कई बड़े विकसित देशों के एयरपोर्ट की तरह बिलकुल हाईटेक लगा रहा है। बाबतपुर एयरपोर्ट के एरिए को 3 गुना ज्यादा तक बढ़ाकर एक हजार करोड़ की लागत से 2024 तक डेवलप किया जा जाएगा।

इन तस्वीरों में देखिए, कैसा नजर आएगा बाबतपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट

वेंटिलेशन में लगने वाले ग्लास की क्वालिटी ऐसी है कि आर्टिफिशियल लाइट यात्रियों की जरूरत के अनुसार ही मिलेगी। यह लाइट आंखों पर बोझ नहीं बनेगी।

वेंटिलेशन में लगने वाले ग्लास की क्वालिटी ऐसी है कि आर्टिफिशियल लाइट यात्रियों की जरूरत के अनुसार ही मिलेगी। यह लाइट आंखों पर बोझ नहीं बनेगी।

वेटिंग हॉल में काशी के मंदिर जैसा फील हाेगा। यहां पर काशी की पारंपरिक वस्तुओं से सजवाट भी की जाएगी।

वेटिंग हॉल में काशी के मंदिर जैसा फील हाेगा। यहां पर काशी की पारंपरिक वस्तुओं से सजवाट भी की जाएगी।

एयरपोर्ट पर पैसेंजर अराइवल वाले एरिया में दीवारों पर गंगा और घाटों पर लगने वाली छतरियों की 3D डिजाइन उकेरी जाएगी।

एयरपोर्ट पर पैसेंजर अराइवल वाले एरिया में दीवारों पर गंगा और घाटों पर लगने वाली छतरियों की 3D डिजाइन उकेरी जाएगी।

लाउंज एरिया में घंटा-घड़ियाल और श्लोक-मंत्र लिखे बेल पत्र के पेड़ भी लगाए गए हैं।

लाउंज एरिया में घंटा-घड़ियाल और श्लोक-मंत्र लिखे बेल पत्र के पेड़ भी लगाए गए हैं।

बाबतपुर एयरपोर्ट का पूरा मैप है। इसमें पुराने टर्मिनल और नए टर्मिनल को जोड़ने के लिए ब्रिज भी बनाए गए हैं।

बाबतपुर एयरपोर्ट का पूरा मैप है। इसमें पुराने टर्मिनल और नए टर्मिनल को जोड़ने के लिए ब्रिज भी बनाए गए हैं।

वाराणसी एयरपोर्ट का इनसाइड इमेज। यहां जो ग्लास लगाए जाएंगे, वो आर्टिफिशियल लाइट को कम कर, नेचुरल लाइट को बढ़ा सकते हैं।

वाराणसी एयरपोर्ट का इनसाइड इमेज। यहां जो ग्लास लगाए जाएंगे, वो आर्टिफिशियल लाइट को कम कर, नेचुरल लाइट को बढ़ा सकते हैं।

तस्वीरों में ये चीजें दिख रही हैं

एयरपोर्ट की पहली मंजिल पर बस लाउंज और डिपार्चर एरिया, अराइवल कॉरिडोर, यात्रियों के रहने और बेबी केयर एरिया, पुलों से जुड़ी बिल्डिंगें, 5 एयरोब्रिज, पुराने टर्मिनल से जोड़ने के लिए फ्लाईओवर, छत का स्ट्रक्चर तरंगों और कैनोपी की तरह से हैं। लाउंज एरिया में काशी का अक्स दिखेगा।

गंगा घाट, पंडों की छतरियां, मंदिरों के घंटे-घड़ियाल, बेल पत्र के पेड़ और उसपे लिखे श्लोक, सीलिंग्स पर बनारसी साड़ी की डिजाइन आदि भी दिखाई गई है। वहीं, एयरपोर्ट की दीवारों का ऊपरी हिस्सा (आर्क) सारनाथ के प्रतीक की डिजाइन का है।

वाराणसी के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर न्यू इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे और एयर स्ट्रीट वाइडेनिंग एक्सपेंशन के लिए अगले 2 महीने में 350 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी। जिसके लिए 1 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।

क्रिएटिव ग्रुप ने एयरपोर्ट का डिजाइन बनाया है

एयरपोर्ट का विस्तार 50 हजार 600 स्कॉयर मीटर में होगा। अगले साल तक यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। क्रिएटिव ग्रुप नाम की कंपनी को ये एयरपोर्ट डेवलप करने का काम दिया गया है और क्रिएटिव ग्रुप ने ही ये तस्वीरें जारी की हैं। इस डिजाइन को मुख्य रूप से आर्किटेक्ट प्रो. चरणजीत सिंह और गुरप्रीत सिंह ने तैयार किया है।

वेंटिलेशन ऐसा कि आर्टिफिशियल लाइट नहीं बनेगी बोझ

बिल्डिंग में वेंटिलेशन के लिए पॉलीकार्बोनेट शीट्स और GRIHA-रेटेड हाई परफॉर्मेंस डबल ग्लेज्ड ग्लास लगाए जाएंगे। इससे यह फायदा होगा कि नेचुरल लाइट ज्यादा से ज्यादा आए और आर्टफिशियल लाइट की जरूरतों को कम किया गया है। यह यात्रियों की जरूरत के अनुसार ही उपलब्ध होगी।

3P डिजाइन की होगी बिल्डिंग
वाराणसी हवाई अड्डे के डिजाइन को 3P नाम यानी कि पब्लिक, परपज और प्लेस दिया गया है। काशी की संस्कृति की पूरी झलक यहां पर देखने को मिलेगी। यात्रियों के लिए रास्ता ढूंढने में आसानी के लिए ग्रेनाइट फर्श को खास रंग से तैयार किया जाएगा। टर्मिनल बिल्डिंग के हर कर्व पर नई मूर्तियां लगाई जाएंगी। ग्रीनरी भी रहेगी। दीवारों पर कल्चरल डायवर्सिटी को दिखाया जाएगा। छतरियों और मेटल चादरों पर बनारसी साड़ी पैटर्न की डिजाइनिंग होगी।

हर साल 27 लाख यात्री आते हैं

लाल बहादु शास्त्री एयरपोर्ट पर हर घंटे एक हजार 50 लोग यात्रा के लिए आते हैं जबकि हर साल 27 लाख यात्री इस एयरपोर्ट पर आते हैं। वहीं लगभग 60 फ्लाइट बाबतपुर एयरपोर्ट पर आती जाती हैं।

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