वाराणसी: 70 श्रद्धालुओं से भरी बस में आग लगी , पुलिस के जवानों ने पीछा करके शीशे तोड़कर आनन-फानन में सभी श्रद्धालुओं को बस से सुरक्षित निकाला  

वाराणसी: 70 श्रद्धालुओं से भरी बस में आग लगी , पुलिस के जवानों ने पीछा करके शीशे तोड़कर आनन-फानन में सभी श्रद्धालुओं को बस से सुरक्षित निकाला
पुलिस के जवान रोहित और आनंद ने बताया, "हम लहरतारा चौकी के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे। तभी देखा कि एक बस गुजर रही है और बस से धुआं निकल रहा है। बस जब क्रॉस हुई तो देखा कि उसमें पीछे आग लगी थी। ड्राइवर रफ्तार से बस भगा रहा था।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी । 70 श्रद्धालुओं से भरी बस में आग लग गई। हादसा शुक्रवार सुबह 3 बजे हुआ। उस वक्त सभी यात्री सो रहे थे। ड्राइवर आग लगने से बेखबर था। बस से धुआं उठता देख पुलिस के जवानों ने पीछा करके बस को रुकवाया। खिड़की के शीशे तोड़कर आनन-फानन में सभी 70 श्रद्धालुओं को बस से सुरक्षित निकाला।

इसके कुछ ही मिनट बाद बस आग के गोले की तरह धूं-धूं करके जलने लगी। देखते ही देखते बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। केवल लोहे का ढांचा की बचा। झारखंड के दुमका से सभी लोग काशी विश्वनाथ धाम दर्शन करने जा रहे थे। तभी मंडुआडीह थाना क्षेत्र के महेशपुर के पास हाईवे पर बस में आग लग गई।

पहले देखिए हादसे की 4 तस्वीरें...

तस्वीर में जलती हुई बस दिख रही है। आग इतनी भयानक थी कि कोई बस के पास नहीं जा पा रहा था।

(तस्वीर में जलती हुई बस दिख रही है। आग इतनी भयानक थी कि कोई बस के पास नहीं जा पा रहा था।)

 

(बस से निकले यात्री रोने लगे। पुलिस ने कहा- घबराइए नहीं आप को सही सलामत घर पहुंचाएंगे।)

तस्वीर में जली हुई बस दिख रही है। उसे देखकर लग रहा है कि आग कितनी भयानक रही होगी।

(तस्वीर में जली हुई बस दिख रही है। उसे देखकर लग रहा है कि आग कितनी भयानक रही होगी।)

 70 यात्रियों को बचाने वाले 2 पुलिसवालों की जुबानी पूरी घटना...

पुलिस के जवान रोहित और आनंद ने बताया, "हम लहरतारा चौकी के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे। तभी देखा कि एक बस गुजर रही है और बस से धुआं निकल रहा है। बस जब क्रॉस हुई तो देखा कि उसमें पीछे आग लगी थी। ड्राइवर रफ्तार से बस भगा रहा था।

हमने पहले बस चालक को आवाज दी लेकिन वह सुन नहीं सका। इसके बाद हमने तुरंत बाइक चालू की और बस का पीछा किया। बस को ओवरटेक कर मंडुआडीह थाना क्षेत्र के महेशपुर चौराहे के पास उसे रुकवाया।

उस समय तक यात्रियों को पता नहीं था कि बस में आग लगी है। कंडक्टर भी सोया था। हमने तुरंत ड्राइवर को आग के बारे में बताया और यात्रियों को जगाकर बाहर निकालना शुरू किया। आग की बात सुनते ही लोगों में भगदड़ मच गई। यात्री बस से उतर कर भागने लगे। पुलिस ने हाइवे पर दोनों तरफ का ट्रैफिक रोक कर सभी को सकुशल बाहर निकाला।

श्राद्धालुओं ने बताया कि देखते ही देखते पूरी बस जल गई।

श्राद्धालुओं ने बताया कि देखते ही देखते पूरी बस जल गई।

बस में कुछ बचा ही नहीं
पुलिसवालों ने बताया कि यात्रियों के निकलते ही आग ने विकराल रूप ले लिया। पूरी बस आग की चपेट में आ गई। जब तक फायर ब्रिगेड पहुंची तब तक बस पूरी तरह से जल गई। हालांकि कुछ देर बाद पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया।

बस के रामा यादव ड्राइवर ने बताया, सभी 70 यात्री झारखंड के दुमका जिले से आए हैं। भारत दर्शन के लिए निकले हैं। बस यात्रियों को अयोध्या से वाराणसी लेकर आ रही थी। बस में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग पीछे लगने के कारण पता नहीं चल सका।

पुलिस ने बताया कि मौके पर वहां के दो लोग नीरज पटेल और सुरेस चंद्र तिवारी ने लोगों को निकालने में मदद की। हादसे में कुछ लोगों को हल्की चोटें आई है। जिनकी पहचान अनीता महतो, भक्ति पद्मजा, प्रशांत कुमार बैद्य, विजय मंडल, लक्ष्मीकांत मंडर, शभूनाथ, मुकुंद मंडल, अजय महतो के रूप में हुई है।

महिला श्रद्धालु ने बताया हमें पता नहीं चला आग कब लगी।

महिला श्रद्धालु ने बताया हमें पता नहीं चला आग कब लगी।

महिला यात्री ने बताया- हमें पता ही नहीं चला कब आग लगी

महिला यात्री अनीता महतो ने कहा-हम सभी भारत दर्शन के लिए झारखंड से निकले थे। झारखंड से ट्रेन से अयोध्या आए। यहां से हमारा प्लान था कि बस बुक करके चारों तरफ घूमेंगे। कल अयोध्या में दर्शन करने के बाद शाम को सभी वाराणसी जाने के लिए एक ट्रैवेल एजेंसी से बस बुक किए। फिर सभी रात में ही वाराणसी के लिए निकल पड़े।

हम बस में ही सो गए। बस चल रही थी, तभी 3 बजे सुबह अचानक बस में ब्रेक लगा। ब्रेक तेज लगा था इस कारण हमें जोर का झटका लगा। आंख खुली तो देखा 2 पुलिस वाले बस में थे। बोल रहे थे कि जल्दी से बस से बाहर निकलो, बस में आग लगी है।

इतना सुनते ही बस में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस वालों ने बाहर निकलने में सबकी मदद की। सभी अपना सामान लेकर भागने लगे। आग बढ़ती जा रही थी। लोग बस से निकल रहे थे। हमें डर लग रहा था कि कोई इसमें छूट न जाए।

किसी तरह से सभी को बस से बाहर निकाला गया। धीरे-धीरे आग ने पूरी बस को अपने चपेट में ले लिया। आग की लपटें बहुत ऊपर तक उठ रही थी। भगवान की कृपा से सभी बस से बाहर आ गए थे।

पुलिस के सूचना देते ही सभी यात्री बस से बाहर आ गए।

पुलिस के सूचना देते ही सभी यात्री बस से बाहर आ गए।

शुक्र है सिलेंडर नहीं फटा
ड्राइवर ने कहा, हम सभी ने आग बुझाने की कोशिश की। लेकिन वहां आग बुझाने के लिए कुछ नहीं था। फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी गई। जब तक फायर ब्रिगेड आई तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पूरी बस जल चुकी थी। गनीमत रही कि किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ।

बस से पुलिस ने तीन गैस सिलेंडर भी निकला है। जो भरा हुआ था। समय रहते पुलिस ने उसे बस से बाहर निकाल लिया। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस ने कहा सिलेंडर फटता तो भारी नुकसान हो सकता था।

बस में सामान के साथ सिलेंडर भी रखा हुआ था।

बस में सामान के साथ सिलेंडर भी रखा हुआ था।

34 की परमिट 70 लोग सवार
पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला बस में 34 सीट की परमिट थी और बस में कुल 70 लोग सवार थे। लापरवाही की वजह से बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि, ट्रेवल एजेंसी पर कुछ कार्रवाई होगी या नहीं यह अभी पुलिस ने क्लियर नहीं किया है।

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