UP निकाय चुनाव : स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने कहा, 70 कंपनी सीएपीएफ, 110 कंपनी पीएसी, 49,152 होमगार्ड होंगे तैनात

निकाय चुनाव : स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने कहा, 70 कंपनी सीएपीएफ, 110 कंपनी पीएसी, 49,152 होमगार्ड होंगे तैनात
निकाय चुनाव के सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मुख्यालय स्तर पर चुनाव सेल गठित किया गया है। मतदान केन्द्रों व मतदेय स्थलों का जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से शत-प्रतिशत सत्यापन किया जाएगा। बीते चुनावों के दौरान घटित हिंसात्मक घटनाओं में नामजद अभियुक्तों एवं आगामी चुनाव के दृष्टिगत चिन्हित अराजक तत्वों के विरुद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही की जायेगी। संगठित अपराधियों के विरुद्ध गैगस्टर, रासुका, गुंडा एक्ट की कार्रवाई होगी। 

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

लखनऊ । निकाय चुनाव के लिए डीजीपी मुख्यालय में मंगलवार को हुई बैठक में केंद्र सरकार से 70 कंपनी अर्द्धसैनिक बल मांगने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, चुनाव में 110 कंपनी पीएसी, 49,152 होमगार्ड, 16252 निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक, 91,185 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षी की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश पुलिस पूर्ण तत्परता से उपलब्ध संसाधनों, जनशक्ति एवं नवीनतम तकनीक का प्रयोग करते हुए नगर निकाय चुनाव को भयमुक्त, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराने के लिए कटिबद्ध है।



उन्होंने बताया कि निकाय चुनाव के सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मुख्यालय स्तर पर चुनाव सेल गठित किया गया है। मतदान केन्द्रों व मतदेय स्थलों का जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से शत-प्रतिशत सत्यापन किया जाएगा। बीते चुनावों के दौरान घटित हिंसात्मक घटनाओं में नामजद अभियुक्तों एवं आगामी चुनाव के दृष्टिगत चिन्हित अराजक तत्वों के विरुद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही की जायेगी। संगठित अपराधियों के विरुद्ध गैगस्टर, रासुका, गुंडा एक्ट की कार्रवाई होगी। 

अवैध शराब के व्यवसाय में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी अभियान चलाया जाएगा। लाइसेंसी शस्त्र धारकों, शस्त्रों का सत्यापन व डीएम से समन्वय स्थापित कर जनपद स्तर पर स्क्रीनिंग कमेटी का गठन कर जमा कराए जाने वाले शस्त्रों का चिह्नीकरण पूर्व से ही कराया जाएगा।

अन्तर्राष्ट्रीय एवं अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर प्रभावी चेकिंग की जायेगी। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक, उत्तेजनात्मक, भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पीस कमेटी, प्रबुद्धजन व धर्मगुरुओं के साथ गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। चुनाव के संबंध में प्राप्त शिकायतों का समय पर निस्तारण किया जाएगा।

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