काशी यात्रा पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचीं केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भक्ति भाव में डूबी

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 

वाराणसी। काशी यात्रा पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचीं केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भक्ति भाव में डूबी नजर आईं। बाबा विश्वनाथ के दरबार में शीश नवाने के बाद उन्होंने परिसर का भ्रमण भी किया। मंदिर के अर्चकों ने विधि-विधान से षोडशोपचार पूजन और अभिषेक कराया। केंद्रीय वित्तमंत्री ने सर्वमंगल की कामना की।

मंदिर के पुजारियों से वार्तालाप करती वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण।

मंदिर के पुजारियों से वार्तालाप करती वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण।

मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद पहले उन्होंने स्वर्ण शिखर को प्रणाम किया, फिर स्वर्ण मंडित गर्भगृह में प्रवेश किया। मंदिर में वह करीब 15 मिनट तक रही। उन्होंने अपने एक्स पर लिखा "वाराणसी में 'श्री काशी नट्टुकोट्टई नगर छत्रम' में निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बाबा विश्वनाथ के दिव्य दर्शन किये। एक विकसित और समृद्ध भारत के लिए उनकी कृपा मांगी"

मंदिर के गर्भगृह में वित्त मंत्री ने बाबा का आशीर्वाद लिया।

मंदिर के गर्भगृह में वित्त मंत्री ने बाबा का आशीर्वाद लिया।

मंदिर के पुजारी के वेंकट रमण घनपति ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का स्वागत किया।

मंदिर के पुजारी के वेंकट रमण घनपति ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का स्वागत किया।

वहीं मंदिरों के पुजारियों से मिलकर संवाद किया। सांस्कृतिक राजधानी काशी के मंदिरों में आए परिवर्तन और भक्तों की बढ़ती संख्या पर भी चर्चा की उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि प्रदोष के दिन हमने बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया। वित्त मंत्री को अपने बीच देख मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के जयघोष से उनका स्वागत किया।

विश्वनाथ मंदिर के अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने पूजन कराया।

विश्वनाथ मंदिर के अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने पूजन कराया।

श्री काशी नटूकोट्टई नगर क्षत्रम धर्मशाला का हुआ भूमिपूजन

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण रविवार को वाराणसी पहुंचीं और दक्षिण भारतीयों की धर्मशाला का शिलान्‍यास किया। उन्‍होंने सिगरा में श्रीकाशी नाटिकोटि क्षेत्रम सोसाइटी द्वारा बनाए जा रहे 135 कमरों की दस मंजिल की धर्मशाला की नींव रखी और बताया कि इससे काशी आने वाले पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी।

दक्षिण भारतीय धर्मशाला का शिलान्यास किया।

दक्षिण भारतीय धर्मशाला का शिलान्यास किया।

आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस धर्मशाला का निर्माण 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य है। इस पर 40 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।यहां ठहरने वालों को कोई किराया नहीं देना होगा। श्रद्धालु अपनी इच्छानुसार दान दे सकेंगे।पिछले 200 वर्षों से श्रीकाशी नाटिकोटि क्षेत्रम सोसाइटी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की तीनों पहर की आरती की जिम्मेदारी संभाल रही है।

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