उमेश पाल की पत्नी जया पाल लड़ेंगी मेयर का चुनाव!:प्रयागराज में लगे पोस्टर; बोलीं- अगर मौका मिला तो जरूर चुनाव लड़ना चाहूंगी

उमेश की पत्नी लड़ेंगी मेयर का चुनाव!:प्रयागराज में लगे पोस्टर; बोलीं- अगर मौका मिला तो जरूर चुनाव लड़ना चाहूंगी
जया पाल ने कहा कि वो भाजपा में ही रहकर अपना राजनीतिक भविष्य तलाश कर रही हैं। अगर भाजपा आलाकमान उन्हें मौका देगा तो वह प्रयागराज से जरूर मेयर का चुनाव लड़ना चाहेंगी। जया पाल का कहना है कि अगर उनके पति आज विधायक या सांसद होते तो उनकी इस तरह से हत्या नहीं होती। वो आम आदमी थे। वकील थे। इसके बाद भी उन्होंने अतीक अहमद जैसे माफिया से 17 साल तक लड़ाई लड़ी।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

प्रयागराज । नगर निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। वहीं उमेश पाल हत्याकांड के बाद अब उनकी पत्नी जया पाल को प्रयागराज से मेयर प्रत्याशी बनाए जाने की मांग उठने लगी है। ​​​​​​धूमनगंज क्षेत्र में एक पोस्टर जगह-जगह लगा है, जिसमें लिखा है- पति के सम्मान में जया पाल मैदान में।

पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और CM योगी आदित्यनाथ की तस्वीर भी लगी है। प्रयागराज महापौर पद प्रत्याशी। कर्मठ, शिक्षित योग्य प्रत्याशी। जया पाल पत्नी स्वर्गीय उमेश पाल। निवेदक में समस्त प्रयागराज वासी और आप सभी लिखा है।

फिलहाल यह पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है। किसने लगवाया है, यह पता नहीं है। इसी धूमनगंज क्षेत्र में जयंतीपुरम कॉलोनी में उमेश पाल का घर है जहां वर्तमान में उनकी पत्नी जया पाल अपनी सास और बच्चों के साथ रहती हैं।

 

उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा कि पति जिस पार्टी में रहे हैं वो भी उसी पार्टी में रहकर समाज की सेवा करना चाहती हैं।

जया पाल बोलीं- अगर मौका मिला ताे जरूर चुनाव लड़ना चाहूंगी
जया पाल ने कहा कि वो भाजपा में ही रहकर अपना राजनीतिक भविष्य तलाश कर रही हैं। अगर भाजपा आलाकमान उन्हें मौका देगा तो वह प्रयागराज से जरूर मेयर का चुनाव लड़ना चाहेंगी। जया पाल का कहना है कि अगर उनके पति आज विधायक या सांसद होते तो उनकी इस तरह से हत्या नहीं होती। वो आम आदमी थे। वकील थे। इसके बाद भी उन्होंने अतीक अहमद जैसे माफिया से 17 साल तक लड़ाई लड़ी।

उनके पति जिस पार्टी में रहे हैं वो भी उसी पार्टी में रहकर समाज की सेवा करना चाहती हैं। राजनीति में क्यों आना चाहती हैं इस सवाल पर जया का कहना है कि राजनीति में आने से ही उनके परिवार की सुरक्षा हो सकेगी। जब तक अतीक अहमद और उसके भाई को फांसी न हो जाए, उनका परिवार सुरक्षित नहीं है। ऐसे में राजनीति में आकर वो अपनी लड़ाई और मजबूती से लड़ सकेंगी।

उमेश पाल की मां शांति पाल ने भी CM योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया है।

CM योगी को बता चुकी हैं अपना गार्जियन
उमेश पाल की 24 फरवरी को हत्या हुई। इसके बाद जया पाल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ को अपना गार्जियन बताया था। कहा था कि मेरे परिवार में अब कोई बड़ा नहीं है। अब योगी ही हमारे गार्जियन हैं। अब तो उन्हीं से न्याय का भरोसा है। हमारे परिवार की रक्षा वही करेंगे।

उमेश पाल की मां शांति पाल ने भी मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई थी। कहा था कि हमारे कलेजे को तब ही ठंडक पहुंचेगी, जब अतीक अहमद और उसके परिवार को मिट्‌टी में मिला दिया जाएगा। शांति पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय से अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं आई है।

माफिया अतीक की पत्नी का टिकट कटा

उधर, उमेश पाल अपहरण केस में माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद पत्नी शाइस्ता का टिकट कट गया है। मायावती ने प्रयागराज में मेयर पद के लिए घोषित की गई शाइस्ता की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है और अभी फरार है। पुलिस ने शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया है।

शाइस्ता परवीन उमेश पाल शूटआउट केस से दो महीने पहले ही बसपा में शामिल हुईं थी। यूपी में दलित-मुस्लिम का गठजोड़ बनाने में जुटी बसपा ने शाइस्ता को पार्टी ज्वाइन कराने के साथ ही प्रयागराज मेयर का उम्मीदवार घोषित कर दिया था।

उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता के नाम आने के बाद बसपा के इस फैसले पर सवाल खड़े होने लगे थे। मामला बढ़ा तो मायावती को खुद इस मामले पर सफाई तक देनी पड़ गई थी। उस वक्त बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा था कि अगर शाइस्ता दोषी साबित होती हैं तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा।

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