वाराणसी से हाईस्कूल में पहले रैंक पर तीन लड़कियों ने बाजी मारी

वाराणसी से हाईस्कूल में पहले रैंक पर तीन लड़कियों ने बाजी मारी। खुशी यादव, कविता यादव और आकांक्षा

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी । यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के कुल टॉप 10 में 47 मेधावियों ने बाजी मारी। हाईस्कूल में 35 और इंटरमीडिएट में कुल 17 छात्र और छात्राएं शामिल थीं। हाईस्कूल के टॉपर्स का स्कोर 94.33% से लेकर अधिकतम 96.17% तक गया। वहीं, इंटरमीडिएट में टॉप टेन स्कोर 93.80% से लेकर 96.80% के बीच रहा।

वाराणसी से हाईस्कूल में पहले रैंक पर तीन लड़कियों ने बाजी मारी। खुशी यादव, कविता यादव और आकांक्षा। खुशी के पिता पंचायती राज में सफाईकर्मी हैं। अब इंटरमीडिएट कराने के बाद अपनी बेटी को MBBS की पढ़ाई कराएंगे। वहीं, कविता यादव के पिता किसान हैं और गांव की मंडी में मुनीबी करते हैं। उसी से जो मिलता है बेटी की पढ़ाई का खर्च चला रहा हूं। बिटिया के जिले में टॉप करने पर इनकी खुशी का ठिकाना न रहा।

टॉपर खुशी के सफाईकर्मी पिता बोले- अब बनाएंगे डॉक्टर
वाराणसी से हाईस्कूल में डिस्ट्रिक्ट टाॅप करने वाली खुशी यादव को 96.17% स्कोर मिला है। उनके 600 में से 577 मार्क्स हैं। घर और स्कूल दोनों वाराणसी मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर है। इनका घर खालिसपुर स्थित बरजी के नयेपुर गांव में है। खुशी की पढ़ाई देवदत्त बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दबेथूआ वाराणसी से हुई है।

खुशी के पिता कन्हैया लाल यादव पेशे से सफाईकर्मी हैं और माता सरोज देवी खेती-बाड़ी करके घर चलाती हैं। उनके पिता पर उनके दो बहनों और एक भाई की पढ़ाई की जिम्मेदारियां हैं। रिजल्ट आने पर खुशी मन से पिता कहते हैं कि बिटिया का सपना है कि वो डॉक्टर बनेगी। हम पूरी जोर लगाकर उसे डॉक्टरी की पढ़ाई कराएंगे।

वाराणसी से हाईस्कूल में डिस्ट्रिक्ट टाॅप करने वाली खुशी यादव को 96.17% स्कोर मिला है।

वाराणसी से हाईस्कूल में डिस्ट्रिक्ट टाॅप करने वाली खुशी यादव को 96.17% स्कोर मिला है।

3 साल से गांव में सफाई कर रहे कन्हैया

खुशी ने कहा कि माता-पिता बहुत मेहनत से पढ़ाई कराई है। अब उनका सपना हमको पूरा करना है। इस सफलता ने कई रास्ते आसान कर दिए हैं। खुशी के पिता कन्हैया यादव ने बताया कि वे पंचायती राज में मलहत गांव में ग्रामीण सफाईकर्मी हैं। यहां पर 3 साल से काम कर रहे हैं। खरांव ग्राम सभा में सफाई कर्मचारी के पद पर थे। अब बेटी को डॉक्टर बनाने पर ध्यान लगा रहा हूं। उसकी आगे की पढ़ाई इसी तरह से जारी रहेगी। सरकारी कॉलेज में होने के चलते कोई दिक्कत नहीं हुई।

वाराणसी के खालिसपुर स्थित इसी स्कूल से पढ़कर खुशी ने जिले में हाईस्कूल टॉप किया है।

वाराणसी के खालिसपुर स्थित इसी स्कूल से पढ़कर खुशी ने जिले में हाईस्कूल टॉप किया है।

खुशी यादव की दो बहनें और एक भाई है। जो कि उससे बड़ा भाई है। उसका नाम अभय यादव जो कि इंटर का छात्र है। खुशी से छोटी बहन खुशबू कक्षा 8 की छात्रा है।

 

वाराणसी में हाईस्कूल में टॉप करने वाली दूसरी छात्रा कविता यादव ने 96.17% हासिल किया है।

किसान पिता टॉपर बेटी को कहते हैं पढ़ाई संग रिलैक्स भी करो

वाराणसी में हाईस्कूल में टॉप करने वाली दूसरी छात्रा कविता यादव ने 96.17% स्काेर हासिल किया है। उनके 600 में से 577 मार्क्स हैं। कविता का घर वाराणसी मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर राजातालाब में हैं। कविता की हाईस्कूल की पढ़ाई राजातालाब स्थित श्रद्धा इंटरमीडिएट कॉलेज कचनार से हुई है। कविता ने कहा कि पिता जय शंकर यादव किसान हैं और राजातालाब मंडी में मुनीबी भी करते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ एंजॉय करने की भी सलाह दिया करते हैं।

टॉपर कविता के पिता जय शंकर यादव राजातालाब मंडी में मुनीब हैं।

पिता ने नहीं डाले कोई दबाव

कविता ने कहा कि पिता ने कभी भी पढ़ाई को लेकर कोई दबाव नहीं डाला। वो कहते हैं कि पढ़ाई भी करो और थोड़ा रिलैक्स भी जरूरी है। हालांकि, पिता दिन भर खेत और मंडी में काम ही करते रहते हैं। मुझसे ज्यादा लगन मेरे पिता ही करते हैं। मैं तो 3 से 4 घंटे की पढ़ाई करती थी। मेरे स्कूल ने काफी सपोर्ट किया। टीचर्स भी यहां पर कोई शिक्षक नहीं बल्कि दोस्त की तरह से ट्रीट करते थे। मेरे घर परिवार में कुल 11 सदस्य हैं।

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