अवधेश राय हत्याकांड के गवाह की जान को खतरा:कांग्रेस ने की सुरक्षा की मांग; कहा- मुख्तार कभी भी करा सकता है अजय राय पर हमला

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
वाराणसी। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद अब 34 साल पुराने अवधेश राय हत्याकांड के एकमात्र गवाह अजय राय पर हमले की आशंका जताई जा रही है। आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूर्व मंत्री और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय पर हमले का खतरा मंडरा रहा है। करीब 20-25 की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता इस मसले को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन के पास पहुंचे। कमिश्नर को पत्र देते हुए अजय राय की सुरक्षा की मांग की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अजय राय अपने बड़े भाई अवधेश राय की हत्याकांड के मुख्य गवाह हैं। जिसके चलते मुख्तार अंसारी अजय राय से काफी रंजिश रखता है। वह किसी भी समय, कहीं भी आपराधिक घटना करा सकता है।
अवधेश राय हत्याकांड के एकमात्र गवाह और पूर्व मंत्री अजय राय।
A ग्रेड की सुरक्षा देने की मांग
कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अभी हाल में ही प्रयागराज में ऐसी घटना घटित हुई है। अजय राय के सुरक्षा के संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश से गठित कमेटी द्वारा A ग्रेड की सुरक्षा दी जाने की संस्तुति दी गई है। लेकिन, अभी तक केवल पूर्व मंत्री और विधायक होने के नाते एक सुरक्षाकर्मी लगाया गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुलिस कमिश्नर को पत्र देते हुए कहा कि अजय राय की सुरक्षा व्यवस्था को मुस्तैद रखा जाए।
कुछ समय पहले हटा ली गई सुरक्षा
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अजय राय को जो सुरक्षा दी गई थी, उसे कुछ समय पहले सरकार ने हटा ली थी। यह अपने भाई के हत्या के मुख्य गवाह हैं। मुख्य अपराधी मुख्तार अंसारी है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की घटना में भी मुख्य गवाह को ऐसे ही मारा गया है। ऐसे समय में उनके गनर को हटाना सही नहीं है। हम लोगों ने पुलिस कमिश्नर वाराणसी से मुलाकात करके फिर से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कुछ व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।
लहुराबीर क्षेत्र में स्थित अवधेश राय के आवास के गेट पर ही उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी।
3 अगस्त, 1991 को घर पर मारी गई थी गोली
3 अगस्त, 1991 को लहुराबीर क्षेत्र में स्थित अवधेश राय के आवास के गेट पर ही उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी। पूर्व विधायक अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश न्यायिक समेत कई दूसरे लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। वहीं इस मामले में अदालत में विचाराधीन मुकदमे की पत्रावली में केस डायरी नहीं होने के चलते देरी हो रही थी।