वाराणसी में पीएम बोले- काशी नगरी, वो शाश्वत धारा है, जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी समिट को संबोधित किया , पीएम ने कहा- हमने टीबी से लड़ने किए लोगों से नि-क्षय मंत्र बनने को कहा।
पीएम बोले- काशी नगरी, वो शाश्वत धारा है, जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है। कुछ समय पहले ही भारत ने ‘One Earth, One Health’ के विजन को भी आगे बढ़ाने की पहल की है और अब, ‘One World TB Summit’ के जरिए भारत एक और संकल्प को पूरा कर रहा है। पीएम ने कहा,"टीबी बीमारी के खिलाफ हमारे संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी। मोदी ने टीबी को हराने के लिए 5T- ट्रेस, टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट एंड टेक्नोलॉजी का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि भारत की वसुधैव कुटुंबकम की भावना है। इसलिए भारत ने जी-20 थीम का नाम वन वर्ल्ड, वन फैमिली, वन फ्यूचर रखा है।" इससे पहले, पीएम ने संबोधन की शुरुआत हर-हर महादेव से की। इस कार्यक्रम में 40 देशों के प्रतिनिधि पहुंचे हैं।
पीएम ने इस दौरान गांधी जी से जुड़ी एक कहानी भी सुनाई। कहा, "एक बार गांधीजी को लेप्रेसी के अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए बुलाया गया। उन्होंने कहा कि जब आप लोग इस अस्पताल को बंद कराने के लिए बुलाएंगे तो मुझे खुशी होगी। 2001 में जब गुजरात के लोगों ने मुझे सेवा का अवसर दिया तो मुझे लगा कि गांधीजी का एक काम अधूरा है। तब लेप्रेसी के खिलाफ हमने अभियान चलाया। 2007 में लेप्रेसी के उस अस्पताल में ताला लग गया। बीमारी की रेट 23% से कम होकर 1% से पहुंच गई।"
TB के खिलाफ लड़ाई में, भारत ने जो बहुत बड़ा काम किया है, वो जनभागीदारी है। एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब 'वसुधैव कुटुंबकम्' यानी- 'Whole world is one family' की भावना में झलकता है।
एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब वसुधैव कुटुंबकम् यानी 'पूरी दुनिया एक परिवार है' की भावना में झलकता है। ये प्राचीन विचार आज आधुनिक विश्व को एकीकृत दृष्टि और एकीकृत समाधान दे रहा है। इसलिए भारत ने G20 की भी थीम रखी है एक दुनिया एक परिवार एक भविष्य।
पीएम की काशी यात्रा से जुड़े अपडेट्स...
- केंद्रीय हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया ने कहा, "पीएम मोदी ने प्रतिबद्धता रखी थी की साल 2025 तक हम देश को टीबी मुक्त करेंगे। जबकि पूरे विश्व में यह लक्ष्य 2030 का है। भारत इससे पांच साल पहले ही निजात पाने के लिए प्रयासरत है।"
- टीबी कांफ्रेंस की अध्यक्षता कर रहीं डेलीगेट ने मंच से कहा, "टीबी को हराने के लिए हमें एक भविष्य, एक परिवार, एक दुनिया और एक नेता चाहिए। जिसको हमने बनारस में पा लिया है।" यह सुनकर पीएम मोदी मुस्कुरा दिए।
- सीएम ने कहा-हम टीबी मुक्त भारत बनाने के करीब हैं। यूपी भारत में सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। यहां 16.90 लाख मरीजों को डीबीटी के जरिए मदद पहुंचाई गई। 2.25 लाख मरीजों को गोद लिया गया। उन्हें पोषण सुविधा दिलाई गई। इसमें 70% सही हो चुके हैं।
- पीएम मोदी ने कन्वेंशन सेंटर में समिट से जुड़ी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनके साथ हैं।