बीएचयू में पैथोलॉजी लैब के निजीकरण के खिलाफ हुए छात्र:कुलगुरू को दिया ज्ञापन, पीएम तक मामले को ले जाने की दी चेतावनी

बीएचयू में पैथोलॉजी लैब के निजीकरण के खिलाफ हुए छात्र:कुलगुरू को दिया ज्ञापन, पीएम तक मामले को ले जाने की दी चेतावनी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


वाराणसी।  काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित सर सुंदरलाल चिकित्सालय में पैथोलॉजी लैब का निजीकरण किए जाने से छात्रों में आक्रोश का माहौल है। लैब को निजी कंपनी के हाथों में दिये जाने के खिलाफ छात्रों ने अपना विरोध जताते हुए कुलगुरु को पत्र सौंपा। छात्रों ने मांग की सर सुंदरलाल अस्पताल के पैथोलॉजी को निजी कंपनी को दिए जाने के फैसले को निरस्त किया जाए।

छात्रों ने आरोप लगाया कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए सर सुंदरलाल अस्पताल के पैथोलॉजी को निजी कंपनी के हाथ में दे रहे हैं। छात्रों ने निजी कंपनी के हाथ में पैथोलॉजी जाने से भारी वित्तीय अनियमितता की संभावना जताई है।

छात्रों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन खून, यूरिन आदि की जांच के लिए स्थापित सेंटर फॉर क्लीनिक इन्वेस्टिगेशन के संचालन की जिम्मेदारी लखनऊ की निजी कंपनी पीओसीटी सर्विसेज ट्रांसपोर्ट नगर लखनऊ को दे दी है। अब निजी कंपनी के द्वारा विश्वविद्यालय में लैब तैयार करवाया जा रहा है। छात्रों ने आशंका जताई है कि निजी हाथों में जाने के बाद अस्पताल में आने वाले मरीज के परिजनों को काफी भार उठाना पड़ सकता है।

मांगों को लेकर ज्ञापन देते छात्र।

(मांगों को लेकर ज्ञापन देते छात्र।)

डॉक्टर अवनींद्र राय ने बताया कि बीएचयू अस्पताल की पैथ लैब को लखनऊ की एक निजी कंपनी द्वारा संचालित कराने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी इस तरह का फैसला लिया जा रहा था, जिस पर छात्रों ने विरोध जताया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने गलती मानते हुए इस फैसले को वापस लिया था। लेकिन एक बार पुनः अस्पताल प्रशासन यह फैसला ले रहा है, जिसका छात्र विरोध कर रहे हैं। यदि उनकी मांग नहीं पूरी होती है तो वह आगे भी लड़ाई को जारी रखेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय तक छात्रों ने मामले को ले जाने की चेतावनी दिया है ।

Share this story