शंकराचार्य बोले- भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा, चाहे संविधान बदल जाए:पवन खेड़ा के बयान पर भड़के, कहा- हीन व्यक्ति ही हीनता का परिचय देता है

शंकराचार्य बोले- भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा, चाहे संविधान बदल जाए:पवन खेड़ा के बयान पर भड़के, कहा- हीन व्यक्ति ही हीनता का परिचय देता है

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी । गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने बड़ा बयान दिया है। शंकराचार्य ने कहा कि चाहे संविधान बदल जाए, लेकिन भारत हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की निंदा की। शंकराचार्य ने कहा, ''पवन खेड़ा हीन व्यक्ति हैं। हीन व्यक्ति ही हीनता का परिचय देता है। किसी के कुल या सील पर बोलना शीलवान व्यक्ति का काम नहीं है।''

रामचरितमानस का अपमान एक जघन्यतम अपराध​​​​​​
दरअसल, पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती पांच दिवसीय प्रवास पर वाराणसी पहुंचे हैं। वह 5 दिनों तक चलने वाले संगोष्ठी, दीक्षांत और धर्मसभा में शामिल होंगे। मंगलवार को उन्होंने मीडिया से बातचीत की। शंकराचार्य ने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना, रामचरितमानस विवाद और धर्म परिवर्तन को लेकर पूछे गए प्रश्न पर जवाब दिया।

रामचरितमानस विवाद पर पूछे गए प्रश्न पर शंकराचार्य ने कहा कि जो लोग ऐसी बातें कर रहे हैं वह अज्ञानी हैं। उनको हमारे सामने लाइए। हम उन्हें कई सारे तथ्य दिखा और पढ़ा देंगे। रामचरितमानस का अपमान एक जघन्यतम अपराध है।

भारत की दिशाहीनता की वजह से उनके हाथ बंधे हैं
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के मुद्दे पर शंकराचार्य ने कहा कि यदि भारत हिंदू राष्ट्र घोषित होता है, तो विश्व के 15 देश एक साल के भीतर अपने को हिंदू राष्ट्र घोषित कर लेंगे। इन देशों का मानना है कि भारत की दिशाहीनता की वजह से उनके हाथ बंधे हैं।

शंकराचार्य ने कहा कि 17 महीने पहले पुरी में मैं अपने आवास से निकल रहा था। वहां दीवार से सटा देवी भगवती का चित्रपट है। वहां आते ही देवी मां का मुंह खुल गया। तीन बार मुख से निकला हिंदू राष्ट्र - हिंदू राष्ट्र - हिंदू राष्ट्र। आगे उन्होंने कहा कि जिसके दृष्टि में संभव होता है वही इतिहास की रचना करता है। मेरे लिए असंभव नहीं है हिंदू राष्ट्र की लहर चल पड़ी है। कोई रोकने में समर्थ नहीं है।

आधुनिक शिक्षा की देन है, जो इस तरह की चीजें आ रहीं सामने
धर्म परिवर्तन के प्रश्न पर शंकराचार्य ने कहा कि यह आधुनिक शिक्षा की देन है जो इस तरह की चीजें सामने आ रही हैं। उन्होंने "दिल के टुकड़े हजार हुए कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा" उदाहरण देते हुए कहा कि अभी एक लड़की शादी की थी और उसके 32 टुकड़े करके फेंक दिया। हो गया न लव जिहाद।

मातृशक्ति दूषित हो जाने पर कुछ भी बचेगा नहीं
उन्होंने कहा कि प्रेम का परिभाषा बोटी-बोटी काटना नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मर्यादा का अतिक्रमण करेंगे, गोत्र इत्यादि का ध्यान नहीं रखेंगे, तो यही दशा होगी। उन्होंने कहा कि अगर अपने धर्म, गोत्र इत्यादि का ध्यान नहीं रखा जाएगा तो मातृशक्ति दूषित हो जाने पर कुछ भी बचेगा नहीं।

पवन खेड़ा ने क्या कहा था, ये भी पढ़िए...

पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी के पिता पर कमेंट किया था। उन्होंने कहा था कि वो जाने हमारा क्या मतलब। हम स्पष्ट बात कर रहे हैं जेपीसी। हम कह रहे हैं कि संसद में आप चर्चा से क्यों भागते हो। हम कह रहे हैं कि जेपीसी की मांग से आप क्यों डरते हो। जब नरसिम्हा राव जेपीसी बना सकते थे, जब अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बैठा सकते थे। तो नरेंद्र गौतम दास, सॉरी दामोदर दास मोदी को क्या प्रॉब्लम है। फिर वो पूछते हैं कि गौतम दास है या दामोदर दास, साथ में बैठे शख्स ने कहा कि दामोदर दास तो उन्होंने भी दामोदर दास कहा। इसके बाद कुछ देर रुककर खेड़ा ने कहा कि नाम दामोदरदास है, काम गौतम दास है और इसके बाद पवन खेड़ा हंसने लगे।

कौन है पवन खेड़ा?
पवन खेड़ा का जन्म 31 जुलाई 1968 को हुआ है। वो दिल्ली की सीएम रहीं शीला दीक्षित के राजनीतिक सचिव रह चुके हैं। उनकी पत्नी का नाम डॉ. कोटा नीलिमा है। खेड़ा ने अपने ट्विटर बायो में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के मीडिया एंड पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन बताया है।

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