पीलीभीत : कांग्रेस, सपा और बसपा आईसीयू में, इन्हें ऑक्सीजन देने की जरूरत नहीं - केशव प्रसाद मौर्य

पीलीभीत : कांग्रेस, सपा और बसपा आईसीयू में, इन्हें ऑक्सीजन देने की जरूरत नहीं - केशव प्रसाद मौर्य
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 11 मई के चुनाव में कमल का बटन दबा दोगे तो माफियाओं और गुंडों की गर्दनें अपने आप दब जाएंगी। जब नगरपालिका की सरकार मजबूत बनेगी, तभी नगर का अपेक्षित विकास हो पाएगा। अन्य राजनीतिक दल गरीबी हटाओ का नारा तो देती है, लेकिन काम नहीं करती हैं। 

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

पीलीभीत ।  उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा आईसीयू में पड़े हैं। इन्हें स्थानीय निकाय चुनाव में ऑक्सीजन देने की जरूरत नहीं है। ऑक्सीजन मिलने पर ये सत्ता में आ जाएंगे और गुंडागर्दी शुरू कर देंगे। उपमुख्यमंत्री ने सोमवार को पीलीभीत और बीसलपुर में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित किया। 


उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 11 मई के चुनाव में कमल का बटन दबा दोगे तो माफियाओं और गुंडों की गर्दनें अपने आप दब जाएंगी। जब नगरपालिका की सरकार मजबूत बनेगी, तभी नगर का अपेक्षित विकास हो पाएगा। अन्य राजनीतिक दल गरीबी हटाओ का नारा तो देती है, लेकिन काम नहीं करती हैं। 
 

उन्होंने कहा कि भाजपा गरीबी हटाने का नारा नहीं देती, लेकिन गरीबी हटाने का काम करती है। भाजपा के लोग गरीबों का दर्द बखूबी जानते हैं। जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, वे लोग गरीबों का दर्द नहीं जानते। उन्होंने बताया कि भाजपा की सरकार अब तक किसानों, मजदूरों महिलाओं एवं अन्य पात्रों को 27 लाख करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी है। 

पिछली सरकारों पर साधा निशाना 

उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में स्वीकृत धनराशि का 15 प्रतिशत योजनाओं में लगता था और 85 प्रतिशत दलालों की जेबों में चला जाता था। भाजपा की सरकारों में स्वीकृत धनराशि का 100 प्रतिशत लाभर्थियों तक पहुंचता है। भाजपा सरकार ने सभी वर्गों, धर्मों के कल्याण के लिए तमाम योजनाएं चला रखी हैं।  स्थानीय निकाय चुनाव से वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बारे में संदेश जाएगा। केवल भाजपा प्रत्याशियो को जिताना ही नहीं बल्कि विरोधियों की जमानत भी जब्त करानी है।

छुट्आ पशुओं की समस्या पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इसके स्थाई निस्तारण के लिए भरपूर मात्रा में बजट की व्यवस्था कर दी गई है। सभी क्षेत्रों में पशु आश्रय गृह बनवाए जाएंगे। छुट्टा पशुओं को उन आश्रय गृहों में भिजवाया जाएगा।

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