मोदी के प्रस्तावक  :जहाँ से PM ने चाय पर चर्चा शुरू की थी वे ही प्रस्तावक हो सकते हैं पप्पू चाय-केशव पान वाले का नाम चर्चा में  

मोदी के प्रस्तावक  :जहाँ से PM ने चाय पर चर्चा शुरू की थी वे ही प्रस्तावक हो सकते हैं पप्पू चाय-केशव पान वाले का नाम चर्चा में

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी।  वाराणसी से 2 बार सांसद रहे PM नरेंद्र मोदी का बनारसी पान और चाय से खास कनेक्शन बन चुका है। इस लोकसभा चुनाव में मोदी के प्रस्तावकों में आम लोग भी शामिल हो सकते हैं। सूची में बनारस के टी स्टॉल और पान वाले का नाम भी शामिल है।

बनारस से 50 विशेष लोगों की सूची नई दिल्ली स्थित PM कार्यालय को भेज दी गई है। इनमें से 6 प्रस्तावित नामों की पुष्टि हो गई है। इनमें पप्पू चाय वाले और शहर के सबसे चर्चित केशव पान वाले का नाम शामिल हो सकता है।

जबकि पद्म भूषण प्राप्त एक बड़े कलाकार ने अमेरिकी दौरे के चलते प्रस्तावक बनने से इनकार कर दिया है। मोदी वाराणसी सीट से 14 मई को पर्चा दाखिल करेंगे।

प्रस्तावकों में जल तरंग वादक और शास्त्रीय चैती-कजरी गायिका का भी नाम

यह तस्वीर पप्पू की अड़ी की है। यहां 2022 PM मोदी पहुंचे और चाय पी थी।

(यह तस्वीर पप्पू की अड़ी की है। यहां 2022 PM मोदी पहुंचे और चाय पी थी।)

काशी का वर्ल्ड फेमस टी स्टॉल 'पप्पू की अड़ी' मोदी प्रस्तावकों के सबसे प्रबल माने जा रहे हैं। अस्सी स्थित पप्पू की अड़ी के मालिक पप्पू विश्वनाथ सिंह और उनके बेटे मनोज सिंह का नाम भेजा गया है।

लंका स्थित केशव पान भंडार से केशव प्रसाद चौरसिया, अस्सी घाट निवासी जल तरंग वादक पंडित राजेश्वर आचार्य, शास्त्रीय चैती-कजरी गायिका पंडित सोमा घोष का नाम भी सामने आ रहा है। बाकी बचे नामों में मल्लाह, साहित्य, विज्ञान और व्यापार से जुड़े लोग शामिल हैं।

केशव पान भंडार के केशव चौरसिया ने पीएम मोदी को BHU हेलीपैड पर पान खिलाया था।

(केशव पान भंडार के केशव चौरसिया ने पीएम मोदी को BHU हेलीपैड पर पान खिलाया था।)

पप्पू की अड़ी पर शुरू हुई थी 'चाय की चर्चा'
PM मोदी बनारस में दो बार पप्पू की अड़ी पर आ चुके हैं। चाय पर चर्चा भी की है। पहली बार 2013 में और फिर 4 मार्च 2022 को आए थे। करीब 15 मिनट बैठकर चर्चा की और चाय का लुत्फ उठाया।

ये तस्वीर 2019 लोकसभा चुनाव में नामांकन के दौरान की है।

(ये तस्वीर 2019 लोकसभा चुनाव में नामांकन के दौरान की है।)

बहरहाल, काशी के सभी 50 संभावित प्रस्तावकों को फाइनल सूची का इंतजार है। BJP के एक बड़े नेता ने बताया- हर बार 4 ही प्रस्तावक होते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावकों के तौर पर इस बार कुल 6 नामों पर अंतिम मुहर लग सकती है। ये लोग नामांकन के दौरान PM मोदी के साथ निर्वाचन आयोग के कार्यालय में मौजूद रहेंगे।

पंडित साजन मिश्रा ने किया मना
शास्त्रीय गायन के पुरोधा पद्मभूषण पंडित साजन मिश्रा को भी मोदी के प्रस्तावकों में शामिल होने की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था।

उन्होंने बताया था कि उनकी अमेरिका में एक खास प्रस्तुति है। इस लिहाज से वो प्रस्तावक बनने के दौरान भारत नहीं आ पाएंगे। लिहाजा, उनका नाम प्रस्तावकों की सूची से हटा दिया गया है। अब फाइनल कर 50 विशेष लोगों की सूची भेज दी गई है।

यह तस्वीर अन्नपूर्णा शुक्ला की है। जिनका निधन 2023 में हो गया। वह 2019 में PM मोदी की प्रस्तावक बनीं थीं।

(यह तस्वीर अन्नपूर्णा शुक्ला की है। जिनका निधन 2023 में हो गया। वह 2019 में PM मोदी की प्रस्तावक बनीं थीं।)

पिछले 2 चुनाव में बनाए थे 8 प्रस्तावक
अभी तक बीते 2 लोकसभा चुनावों में बनारस से मोदी के कुल 8 प्रस्तावक बनाए जा चुके हैं। इनमें से 3 हस्तियों का निधन हो चुका है।

साल 2014 के प्रस्तावकों में BHU संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र गिरिधर मालवीय, शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, नाविक वीरभद्र निषाद और बुनकर अशोक कुमार थे। इनमें से नाविक वीरभद्र निषाद की 2022 में मौत हो चुकी है।

2019 के चुनाव में प्रस्तावकों में वैज्ञानिक डॉ. रमाशंकर पटेल, मदन मोहन मालवीय की दत्तक पुत्री प्रो. अन्नपूर्णा शुक्ला, डोमराजा जगदीश चौधरी और BJP के पुराने पदाधिकारी सुभाष गुप्ता थे। इनमें से दो हस्तियों प्रो. अन्नपूर्णा शुक्ला की 2023 में और डोमराजा जगदीश चौधरी की अगस्त, 2020 में मौत हो गई थी।

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