बांके बिहारी मंदिर में मोबाइल प्रतिबंधित होगा

बांके बिहारी मंदिर में मोबाइल प्रतिबंधित होगा
बांके बिहारी मंदिर में दर्शनों के दौरान श्रद्धालु मोबाइल का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। प्रशासन के सहयोग से एक कंपनी द्वारा ट्रायल किया गया। जिसमें मंदिर में प्रवेश के दौरान श्रद्धालुओं के मोबाइल को एक विशेष पाउच में रखकर लॉक करके उन्हें दिया गया।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

मथुरा । बांके बिहारी मंदिर में आने वाले समय में श्रद्धालु मोबाइल का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। श्रद्धालुओं के मोबाइल उन्हीं के पास रहेंगे। लेकिन एक खास तरह के पाउच के अंदर वह अपने साथ रखेंगे। जिससे वह मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल फोन का प्रयोग कर समय बर्बाद न कर सकें।

श्रद्धालुओं को प्रवेश के साथ ही एंट्री गेट पर एक खास पाउच दिया जाएगा। जिसमें मोबाइल रख कर लॉक कर दिया जाएगा। श्रद्धालु उस पाउच से मोबाइल मंदिर के बाहर आने पर ही निकाल सकेंगे ।

 

कोटा की कंपनी ने मंदिर में किया ट्रायल

बांके बिहारी मंदिर में दर्शनों के दौरान श्रद्धालु मोबाइल का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। प्रशासन के सहयोग से एक कंपनी द्वारा ट्रायल किया गया। जिसमें मंदिर में प्रवेश के दौरान श्रद्धालुओं के मोबाइल को एक विशेष पाउच में रखकर लॉक करके उन्हें दिया गया।

दर्शनों के बाद निकलने पर पाउच का डिजिटली लॉक खोलकर मोबाइल को पाउच से रिलीज कर वापस श्रद्धालुओं को लौटा दिया गया। सुरक्षा कारणों के चलते मंदिर में इस तरह की व्यवस्था लागू करने के लिए कोटा की एक टेक्नोलॉजी कंपनी ने जिला प्रशासन के सहयोग से यह ट्रायल किया। बुधवार को 3 घंटे तक इसका ट्रायल किया गया।

प्रशासन के सहयोग से एक कंपनी द्वारा ट्रायल किया गया जिसमें मंदिर में प्रवेश के दौरान श्रद्धालुओं के मोबाइल को एक विशेष पाउच में रखकर लॉक करके उन्हें दिया गया।

प्रशासन के सहयोग से एक कंपनी द्वारा ट्रायल किया गया जिसमें मंदिर में प्रवेश के दौरान श्रद्धालुओं के मोबाइल को एक विशेष पाउच में रखकर लॉक करके उन्हें दिया गया।

 

फोटो,वीडियो बनाने के कारण मंदिर में समय करते हैं बर्बाद

वृंदावन स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। वहीं बहुत से श्रद्धालु ऐसे भी होते हैं जो मंदिर में रील, वीडियो रिकॉर्डिंग या फोटो इत्यादि खींचते दिखाई पड़ते हैं। जिसके कारण दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ती है। फोटो,वीडियो बनाने के चलते मंदिर में श्रद्धालु समय भी बर्बाद करते हैं। जिसके कारण भीड़ बनी रहती है और श्रद्धालु मंदिर से दर्शन कर बहार निकलने में समय बर्बाद करते हैं।

बहुत से श्रद्धालु ऐसे भी होते हैं जो मंदिर में रील, वीडियो रिकॉर्डिंग या फोटो इत्यादि खींचते दिखाई पड़ते हैं

( बहुत से श्रद्धालु ऐसे भी होते हैं जो मंदिर में रील, वीडियो रिकॉर्डिंग या फोटो इत्यादि खींचते दिखाई पड़ते हैं )

कोटा की कंपनी ने किया ट्रायल

मंदिर के अंदर मोबाइल के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से राजस्थान कोटा की PSA डिजिटल इंडिया लिमिटेड ने बुधवार को बांके बिहारी मंदिर पर इसके लिए एक ट्रायल किया।

कंपनी से जुड़े सेल & मार्केटिंग हैड सुभाष महापात्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं का पूरा ध्यान ठाकुर जी के दर्शनों पर हो। इसके लिए मंदिर के अंदर मोबाइल के प्रयोग को रोकने के लिए इस व्यवस्था का ट्रायल किया गया है।

उन्होंने बताया कि गेट नम्बर 3 पर हम लोगों की टीम ने श्रद्धालुओं से उनके फोन एक पाउच में रखवा कर उस पर आरएफआईडी लॉक लगाया और श्रद्धालु को दे दिया गया। दर्शनों के बाद निकास गेट नम्बर 4 और 1 पर टीम ने पाउच का लॉक खोल कर मोबाइल श्रद्धालुओं को वापस लौटा दिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस पाउच पर एक क्यूआर कोड भी है जो इंटरनल काउंटिंग के लिए रखा गया है, जिससे पता चल सकेगा। एक पाउच कितनी बार यूज हुआ।

कोटा की PSA डिजिटल इंडिया लिमिटेड ने बुधवार को बांके बिहारी मंदिर पर इसके लिए एक ट्रायल किया

कोटा की PSA डिजिटल इंडिया लिमिटेड ने बुधवार को बांके बिहारी मंदिर पर इसके लिए एक ट्रायल किया

2500 श्रद्धालुओं के साथ किया ट्रायल

कंपनी प्रमुख मनीष आहूजा ने बताया कि ट्रायल के दौरान 2500 श्रद्धालुओं से मोबाइल ले कर इस डिजिटल पाउच में रख कर उन्हें दे दिया गया और उसे आरएफआईडी लॉक कर दिया। पाउच में रखने के बाद श्रद्धालु मंदिर के अंदर मोबाइल निकाल ही नहीं सकते।

पाउच में रखवाने से पहले मोबाइल को फ्लाइट मोड़ पर करवा दिया। जिससे पाउच में रखे होने के दौरान कोई कॉल नहीं आये और टॉवर पर नेटवर्क का एक्स्ट्रा लोड भी नहीं पड़ेगा। श्रद्धालु दर्शन कर जब बहार आये तो वहां मौजूद कंपनी के कर्मचारी उस पाउच पर लगे QR कोड को स्कैन कर खोल रहे थे जिसके बाद श्रद्धालु आसानी से मोबाइल लेकर निकल गए।

श्रद्धालु दर्शन कर जब बहार आये तो वहां मौजूद कंपनी के कर्मचारी उस पाउच पर लगे QR कोड को स्कैन कर खोल रहे थे जिसके बाद श्रद्धालु आसानी से मोबाइल लेकर निकल गए

श्रद्धालु दर्शन कर जब बहार आये तो वहां मौजूद कंपनी के कर्मचारी उस पाउच पर लगे QR कोड को स्कैन कर खोल रहे थे जिसके बाद श्रद्धालु आसानी से मोबाइल लेकर निकल गए

इन मंदिरों पर भी चल रहा ट्रायल

कंपनी के सेल & मार्केटिंग हैड सुभाष महापात्रा ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर के अलावा मध्य प्रदेश के महाकाल,ओंकारेश्वर,काशी के बाबा विश्वनाथ,गुजरात के अंबा जी और गुजरात के सारंगपुर स्थित कष्टभंजन हनुमान मंदिर में भी ट्रायल किया जा रहा है। बांके बिहारी मंदिर पर ट्रायल सफल किया गया। जल्द ही मंदिर प्रबंधन और प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद यहां इस व्यवस्था को लागू कर दिया जायेगा।

कंपनी के सेल & मार्केटिंग हैड सुभाष महापात्रा ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर के अलावा देश के अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में भी यह ट्रायल किया जा रहा है

कंपनी के सेल & मार्केटिंग हैड सुभाष महापात्रा ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर के अलावा देश के अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में भी यह ट्रायल किया जा रहा है

लागू होने पर श्रद्धालुओं को देने होंगे प्रति पाउच यूज करने के 5 रुपए

अगर बांके बिहारी मंदिर में यह व्यवस्था लागू होती है तो कंपनी प्रत्येक श्रद्धालु से इसका यूजर चार्ज 5 रुपए लेगी। जिसमें से 30 प्रतिशत मंदिर प्रबंधन को दिया जायेगा। इस व्यवस्था को लागू होने पर बांके बिहारी मंदिर पर कम से कम 100 युवाओं की टीम लगाई जाएगी। जो कि श्रद्धालुओं को पाउच उपलब्ध कराएंगे और उसे निकासी पर अनलॉक करेंगे।

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