काशी में G-20 की लेडी डेलीगेट्स ने लगाए ठुमके:नमो घाट पर राजस्थानी फोक डांस देख झूमे विदेशी मेहमान; गंगा आरती देख हुए निहाल

काशी में G-20 की लेडी डेलीगेट्स ने लगाए ठुमके:नमो घाट पर राजस्थानी फोक डांस देख झूमे विदेशी मेहमान; गंगा आरती देख हुए निहाल
भारत की अध्यक्षता में G-20 समिट चली रही है। आज काशी में 100वीं बैठक का आगाज हुआ। भारत यहां पर अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया समेत 19 देशों और 34 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के डेलीगेट्स के सामने 'महर्षि MAHARISHI’ (Millets And Other Ancient Grains International Research Initiative ) प्रपोजल प्रस्तुत किया। इसके बाद सभी मेहमान नमो घाट पहुंचे, जहां उनका स्वागत कहरवा और बमरसिया लोकनृत्य से किया गया।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

वाराणसी । G-20 के डेलीगेट्स ने दिन भर की मीटिंग के बाद नमो घाट पर जमकर फोक डांस किया। घाट पर कलाकारों द्वारा राजस्थानी फोक डांस कहरवा और बमरसिया करता देख डेलीगेट्स अपने आप को रोक नहीं पाए। दो लेडी डेलीगेट्स थिरकते हुए उन राजस्थानी कलाकारों के ग्रुप में शामिल हो गईं और डांस करने लगीं। यह देख घाट पर मौजूद बाकी के डेलीगेट्स ने खूब तालियां बजाईं। फोटो और वीडियो भी बनाए।

 

g20 varanasi

विदेशी मेहमान ने राजस्थानी कलाकारों के साथ ठुमके लगाए।

भारत की अध्यक्षता में G-20 समिट चली रही है। आज काशी में 100वीं बैठक का आगाज हुआ। भारत यहां पर अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया समेत 19 देशों और 34 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के डेलीगेट्स के सामने 'महर्षि MAHARISHI’ (Millets And Other Ancient Grains International Research Initiative ) प्रपोजल प्रस्तुत किया। इसके बाद सभी मेहमान नमो घाट पहुंचे, जहां उनका स्वागत कहरवा और बमरसिया लोकनृत्य से किया गया।

पारंपरिक नृत्य ने सभी डेलीगेट्स का मन मोह लिया। कुछ डेलीगेट्स झूमते रहे तो कुछ ने जमकर डांस किया। इसके बाद सभी डेलीगेट्स क्रूज से गंगा आरती में शामिल होने दशाश्वमेध घाट की ओर निकले।

दशाश्वमेध घाट पर जब डेलीगेट्स पहुंचे तो उनका स्वागत शंखनाद से किया गया। इस दौरान डमरूवादन भी जोर-जोर से हो रहा था। यह देख डेलीगेट्स आश्चर्य में पड़े गए। गंगा महाआरती देख सभी के मुंह पर वॉव, वॉव, ओ माई गॉड जैसे बोल थे।

बैठक में हुई मिलेट्स अभियान की शुरुआत

इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री जनरल वीके सिंह ने होटल ताज में इसका शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि काशी से दुनिया भर में एक अभियान शुरू किया जा रहा है। मां अन्नपूर्णा की नगरी काशी से विश्व को उनके फूड स्टाइल से हेल्दी रखने का मैसेज दिया जाएगा। भारत सरकार काशी से पोषण, खाद्य सुरक्षा, जलवायु अनुकूल खेती को बढ़ाने का प्रस्ताव दुनिया के सामने रख रही है।

G-20 समिट में आए डेलीगेट्स ने गंगा आरती देखी।

( G-20 समिट में आए डेलीगेट्स ने गंगा आरती देखी।)

महर्षि का फुल फॉर्म है ‘मोटा अनाज और अन्य प्राचीन अनाज अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान पहल'। इसी के साथ वाराणसी के पहले G-20 बैठक का आगाज भी हो जाएगा। विदेशी मेहमान दिन भर की मीटिंग्स को पूरा कर शाम को काशी दर्शन पर निकलेंगे। घूमने के बाद पूरे तीन दिन तक म्यूजिकल डिनर की भी व्यवस्था है। यानी कि गंगा आरती देखने के बाद विदेशी मेहमान बांसुरी, सितार, तबले की धुन पर भोजन ग्रहण करेंगे। साथ में शास्त्रीय गायन, लोक नृत्य और कथक आदि की भी प्रस्तुति होगी।

सभी डेलीगेट्स नमो घाट से क्रूज पर सवार हुए और गंगा आरती देखने पहुंचे।

( सभी डेलीगेट्स नमो घाट से क्रूज पर सवार हुए और गंगा आरती देखने पहुंचे। )

अब आते हैं बैठक के एजेंडे पर
सभी 80 डेलीगेट्स होटल ताज में मोटे अनाजों के बढ़ते बाजार के साथ हेल्थ और इसके इकोनॉमिक बेनिफिट्स को समझेंगे। इस बैठक में विकसित देशों के कृषि वैज्ञानिक (MACS-Meetings of Agricultural Chief Scientists) भी आए हैं।

केंद्रीय सड़क परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री जनरल वीके सिंह ने G-20 समिट के 100वें बैठक की शुरुआत की।

(केंद्रीय सड़क परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री जनरल वीके सिंह ने G-20 समिट के 100वें बैठक की शुरुआत की।)

कृषि मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च एंड एजुकेशन के सेक्रेटरी हिमांशु पाठक ने कहा कि हैदराबाद में इंडियन मिलेट्स रिसर्च इंस्टीट्यूट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई में उसे ग्लोबल रिसर्च सेंटर की तरह से विकसित करेंगे। हम G-20 देशों को मोटे अनाजों से रूबरू भी कराएंगे और उसी को भोजन के रूप में भी परोसेंगे।

होटल ताज में G-20 समिट की पहली बैठक का पहला दिन समाप्त हो गया।

(होटल ताज में G-20 समिट की पहली बैठक का पहला दिन समाप्त हो गया।)

आज 2 सत्र और कुल 8
नदेसर स्थित होटल ताज में आज 2 सत्रों में पूरी बैठक होगी। 17 से 19 अप्रैल तक कुल 8 सेशन चलेंगे। वहीं, सुबह और शाम डेलीगेट्स के काशी दर्शन का शेड्यूल है। काशी दर्शन में नमो घाट से गंगा में बोटिंग, क्रूज राइडिंग, दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा महाआरती, अस्सी घाट पर सुबह-ए-बनारस की आरती, बौद्ध उपदेश स्थली सारनाथ, म्यूजियम, TFC सेंटर और काशी की हस्त शिल्प कला और प्राचीन चीजों को शामिल किया गया है। रविवार तक विदेशी मेहमानों का पूरा ग्रुप बनारस आ चुका है।

लोक नृत्य करके वाराणसी में G-20 के मेहमानों का स्वागत किया गया।

ऐसे होगा काशी दर्शन और म्यूजिकल डिनर
आज शाम डेलीगेट्स गंगा आरती देखने जाएंगे। इसके लिए सभी डेलीगेट्स नमो घाट आएंगे। यहां पर वे कहरवा और बमरसिया लोकनृत्य का लुत्फ उठाएंगे। गंगा आरती के बाद करीब 9 बजे तक म्यूजिकल डिनर का कार्यक्रम है।

वाराणसी में अलग-अलग स्थानों पर G-20 की कुल 6 बैठकें होंगी।

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  • सभी मेहमान बांसुरी और सितार वादन की मधुर धुन सुनते हुए खाना खाएंगे।
  • 18 अप्रैल की शाम सभी मेहमान भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ पहुंचेंगे। यहां पर संग्रहालय और स्मारक स्थल पर घोड़ऊ और मयूर लोक नृत्य देखेंगे।
  • बुद्धा थीम पार्क में G -20 देशों से आए मेहमानों का स्वागत मसक बीन और शैला लोकनृत्य से होगा। बुद्धा थीम पार्क में ही डिनर कराया जाएगा।
  • डिनर के साथ ही वाद्यवृंद, उपशास्त्रीय गायन और शास्त्रीय नृत्य भी प्रस्तुत किया जाएगा।
  • 19 अप्रैल को मेहमान काशी की हस्तकला देखने के लिए दीनदयाल हस्तकला संकुल पहुंचेंगे। यहां पर उनका स्वागत ढेढ़िया और थारू लोकनृत्य से होगा। डिनर के साथ संतूर और सारंगी वादन होगा।
  • इसके बाद 20 अप्रैल को मेहमानों की विदाई हो जाएगी।
  • विदेशी मेहमानों वाराणसी में जहां-जहां भी घूमेंगे, रास्ते में जो भी प्राचीन मंदिर मिलेंगे, उन पर एक QR कोड होगा। इसको स्कैन करने पर मंदिर की पूरी जानकारी उनके मोबाइल फोन पर मिल जाएगी। वाराणसी के कुल 350 मंदिर की दीवारों पर QR कोड लगा दिए गए हैं।

वाराणसी में 20 देशों के राष्ट्रीय झंडे लगे हैं।

(वाराणसी में 20 देशों के राष्ट्रीय झंडे लगे हैं।)

इन देशों से आएं हैं डेलीगेट्स
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका। G-20 दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 85 फीसदी और व्यापार में 75 फीसदी से अधिक का प्रतिनिधित्व करता है। विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी इस समूह में है।

सस्टेनेबल एग्रीकल्चर और फूड सिस्टम पर होगी बात

MACS बैठक की थीम है 'G-20 के द्वारा स्वस्थ लोग और धरती के लिए सस्टनेबल एग्रीकल्चर एंड फूड सिस्टम 'वन अर्थ-वन फैमिली-वन फ्यूचर' को अपनाना'। इसके मायने हैं- दुनिया के प्रमुख कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा सस्टनेबल एग्रीकल्चर एंड फूड सिस्टम के लिए साइंटिफिक इन्वेंशन, रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा दिया जाना है। साथ ही मोटे अनाजों बाजरा और भारत के प्राचीनकाल के फूड्स, नेचर लविंग क्रॉप्स, डिजिटल खेती, एग्रो रिसर्च आदि पर काम होगा। इसमें PPP मोड का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

थीम और सेशन की डिटेल्स
थीम - सस्टनैबल एग्रीफूड सिस्टम फॉर हेल्दी पीपल एंड प्लेनेट।
1st सेशन : सब्जेक्ट- फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रिशन: रोल ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन।
2nd सेशन : सब्जेक्ट- रेसिलिएंट (Resilient) एग्री फूड सिस्टम।

दूसरा दिन - 18 अप्रैल 2023

3rd सेशन : सब्जेक्ट - डिजिटल एग्रीकल्चर एंड सस्टेनेबल एग्री वैल्यू चेन। 4th सेशन : सब्जेक्ट- पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप इन एग्रीकल्चर आरएंडडी: पर्सपेक्टिव फ्रॉम डेवलप्ड एंड डेवलपिंग कन्ट्रीज। 5th सेशन : सब्जेक्ट - डिस्कशन ऑन MACS 2023 कम्युनिक ओनली जी-20 मेंबर्स स्टेटस तो पार्टिसिपेट 6th सेशन - सब्जेक्ट - स्टेटेमेंट बाई इनकमिंग प्रेसीडेंसी ब्राजील स्टेटमेंट बाई जी-20 MACS चेयर, इंडिया रात में मेहमान सारनाथ जाएंगे। यहां पर म्यूजियम और लाइट एंड साउंड शो देखेंगे। बुद्धा थीम पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ डिनर करेंगे।

तीसरा दिन - 19 अप्रैल 2023

7th सेशन - सब्जेक्ट डिस्कशन एंड फाइनलाइज़ेशन ऑफ़ द MACS (मीटिंग ऑफ़ एग्रीकल्चरल चीफ साइंटिस्ट)-2023 कम्युनिक 8th सेशन - सब्जेक्ट - मेहमान दोपहर में बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन (टीएफसी) सेंटर का भ्रमण करेंगे। रात में शास्त्रीय संगीत के साथ फेयरवेल डिनर।

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