IPS राज कुमार विश्वकर्मा बने यूपी के कार्यवाहक DGP:डीएस चौहान के रिटायर होने पर मिली कमान; DG रैंक के 5 अफसरों को नई जिम्मेदारी

IPS राज कुमार विश्वकर्मा बने यूपी के कार्यवाहक DGP:डीएस चौहान के रिटायर होने पर मिली कमान; DG रैंक के 5 अफसरों को नई जिम्मेदारी
कार्यवाहक DGP डॉ राजकुमार विश्वकर्मा को IPS डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान की जगह पर कमाल मिली है। डीएस चौहान पिछले 11 महीने से DGP का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे थे। वह 31 मार्च यानी आज रिटायर हो गए। पुलिस महानिदेशक के पद के लिए आरके विश्वकर्मा के चयन के पीछे बड़ी वजह उनकी कार्यशैली और ईमानदार छवि है। वह 15 फरवरी 2020 से DG इंटेलीजेंस के पद पर कार्यरत थे। फिलहाल वह पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष हैं। आरके विश्वकर्मा जौनपुर के रहने वाले हैं।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 

लखनऊ।  योगी सरकार ने डॉ राजकुमार विश्वकर्मा को कार्यवाहक DGP बनाने के साथ DG रैंक के 5 अफसरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है। ADG प्रशांत कुमार को कानून व्यवस्था और EOW का स्पेशल DG बनाया गया है। जबकि DG कारागार आनंद कुमार DG को-ऑपरेटिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके अलावा विजय कुमार को अतिरिक्त सतर्कता का चार्ज, ऍम के बसाल PCL और SN साबत को पुलिस महानिदेशक कारागार बनाया गया है।

कार्यवाहक DGP डॉ राजकुमार विश्वकर्मा को IPS डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान की जगह पर कमाल मिली है। डीएस चौहान पिछले 11 महीने से DGP का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे थे। वह 31 मार्च यानी आज रिटायर हो गए। पुलिस महानिदेशक के पद के लिए आरके विश्वकर्मा के चयन के पीछे बड़ी वजह उनकी कार्यशैली और ईमानदार छवि है। वह 15 फरवरी 2020 से DG इंटेलीजेंस के पद पर कार्यरत थे। फिलहाल वह पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष हैं। आरके विश्वकर्मा जौनपुर के रहने वाले हैं।

महानिदेशक बनने के पीछे बेहतर कार्यशैली है

आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी का कार्यभार सौंपते हुए डीएस चौहान।

आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी का कार्यभार सौंपते हुए डीएस चौहान।

  • जिन 5 IPS अफसरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है..

1- प्रशांत कुमार

ADG प्रशांत कुमार 1990 बैच के अधिकारी हैं। उनका जन्म बिहार के सीवान में हुआ था। IPS अफसर बनने से पहले प्रशांत कुमार ने MSc, MPhil और MBA भी किया था। बतौर IPS प्रशांत कुमार का चयन जब हुआ था, तो उन्हें तमिलनाडु कैडर मिला था। हालांकि 1994 में यूपी कैडर की IAS डिपंल वर्मा से शादी के बाद उन्होंने यूपी कैडर में ट्रांसफर ले लिया था।

ये तस्वीर 1990 बैच के अधिकारी प्रशांत कुमार की है।

ये तस्वीर 1990 बैच के अधिकारी प्रशांत कुमार की है।

इन वजहों से सुर्खियों में रहे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर

  • कांवड़ यात्रा के दौरान पुष्प वर्षा कराई थी

यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशांत कुमार ने हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर फूल बरसवा दिया। इस मामले को लेकर उनकी खूब आलोचना हुई। उन्होंने कहा था- यह घटनाक्रम धार्मिक एंगल से न देखा जाए। स्वागत के लिए फूलों का इस्तेमाल होता है। प्रशासन हर धर्म का सम्मान करता है। फिर चाहे गुरुपर्व, ईद, बकरीद और जैन त्योहार क्यों न हो। प्रशासन इन सब मौकों पर भी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करता है।

  • हाथरस कांड पर कहा था- रेप नहीं हुआ

दरअसल, 2020 में हुए हाथरस कांड में प्रशांत कुमार ने दावा किया था कि इस घटना में 19 साल की दलित लड़की के साथ रेप नहीं हुआ था। लखनऊ में उन्होंने बताया कि दिल्ली के एक अस्पताल के मुताबिक युवती की मौत गले में चोट लगने और उससे हुए सदमे की वजह से हुई थी। फोरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट से भी यह साफ कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ।

2- विजय कुमार

1988 बैच के IPS विजय कुमार झांसी के रहने वाले हैं। इनका जन्म 27 जनवरी 1964 को हुआ था। बीटेक सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद सिविल सेवा में आए। फिलहाल पुलिस महानिदेशक CBCID हैं।

3- आनंद कुमार

1988 बैच के IPS आनंद कुमार मूल रूप से पटना बिहार के रहने वाले हैं। 4 अप्रैल 1964 को उनका जन्म हुआ था। हिस्ट्री से MA करने के बाद सिविल सेवा में आए। अब तक DG जेल का प्रभार देख रहे थे।

4- सत्यनारायण साबत

1990 बैच के IPS सत्यनारायण साबत मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं। इससे पहले लखनऊ जोन के ADG लॉ एंड ऑर्डर रह चुके हैं। 13 दिसंबर 1964 को जन्में एसएन साबत उड़िया ब्राह्मण हैं। अब तक उनके पास डीजी पॉवर कॉर्पोरेशन का चार्ज रहा हैं।

ये तस्वीर एस एन साबत की है।

ये तस्वीर एस एन साबत की है।

5- मनमोहन कुमार बशाल

मनमोहन कुमार बशाल 1990 बैच के IPS हैं। 26 फरवरी 1966 की पैदाइश हैं। नई दिल्ली के रहने वाले मनमोहन कुमार विशाल ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है इससे पहले एडीजी ह्यूमन राइट के पद पर तैनात रहे।

ये तस्वीर मनमोहन कुमार बशाल की है।

ये तस्वीर मनमोहन कुमार बशाल की है।

 

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