सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी पर वाराणसी में स्याही फेंकी गई , दिखाए काले झंडे, गूंजे जय श्रीराम के नारे

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
वाराणसी । सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ का नाम लखनपुर करने की भाजपा सांसद की मांग पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "लखनऊ का नाम लक्ष्मण की वजह से नहीं, बल्कि लखनऊ के राजा लखन पासी की पत्नी लखनावती के नाम पर पड़ा है। कोई दूसरा आकर कब्जा नहीं कर सकता। यदि बदलना ही है तो नया नाम लखनऊ पासी कर दो।'' सपा नेता शनिवार को वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान बाबतपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवाल पर ये बातें कही।
इसके बाद उन्होंने रविवार सुबह वाराणसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। फिर स्वामी अपने काफिले के साथ मिर्जापुर के निकले। उनके स्वागत में टेंगरा मोड़ पर कुछ लड़के फूल-माला लेकर खड़े थे। उनको कार्यकर्ता समझ कर जब स्वामी का वाहन रुका, तो माला पहनाने की जगह उन पर स्याही फेंक दी गई।
अपनी बयानबाजी से सुर्खियों में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार रामचरित मानस पर टिप्पणी कर सवालों के घेरे में हैं। रविवार को वाराणसी में उनका भारी विरोध हुआ। सोनभद्र जाते समय रामनगर के टेंगरा मोड़ पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाए। सपा नेता के वाहन पर काली स्याही भी फेंकी।
स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर काले कपड़े फेंके गए। इस दौरान हर-हर महादेव और जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे युवकों को पीछे किया तब जाकर स्वामी प्रसाद मौर्य का काफिला आगे के लिए रवाना हुआ। विरोध-प्रदर्शन में शामिल युवा भाजपा नेता दीपक सिंह राजवीर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य बार-बार सनातन पर सवाल उठा रहे हैं। रामचरित मानस पर विवादित टिप्पणी को कभी माफ नहीं करेंगे। उन्हें माफी मांगनी होगी। हम उनपर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मगर, स्याही स्वामी प्रसाद के बजाय उनकी कार पर पड़ी। लड़कों ने स्याही के साथ ही काले झंडे भी फेंके। पुलिस की लड़कों से हल्की झड़प भी हुई। इन दौरान हर-हर महादेव और जय श्री राम के नारे लगाए। लड़कों ने रामचरितमानस पर स्वामी की टिप्पणी का विरोध जताया।