IIT-‌‌BHU में छात्र ने किया सुसाइड:लिंबडी हॉस्टल में फंदे से लटकती मिली लाश

IIT-‌‌BHU में छात्र ने किया सुसाइड:लिंबडी हॉस्टल में फंदे से लटकती मिली लाश

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी ।  IIT-BHU में बुधवार शाम को एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। लिंबडी हॉस्टल के कमरा नंबर-187 में उसका शव फंदे से लटकता हुआ मिला। दरअसल, छात्र दोपहर 3 बजे अपनी मां से बोल कर निकला था कि हॉस्टल जा रहा हूं। फिर वह हॉस्टल आ गया।

शाम 5 बजे उसका रूममेट अभिषेक चौधरी ओरिएंटेशन से वापस हॉस्टल लौटा, तो उसने देखा रूम का दरवाजा बंद था। फिर अभिषेक ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। दोस्त ने बगल के रोशनदान से देखा तो छात्र बेडशीट के सहारे पंखे की हुक से लटका हुआ था।

इसके बाद उसने वार्डन को सूचना दी। फिर अभिषेक ने दरवाजे पर जोर से हाथ मारा तो दरवाजा खुल गया। आनन-फानन में छात्र को लेकर अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

सुसाइड के 18 घंटे पहले इंस्टाग्राम पर अपना स्टेटस अपडेट किया।

सुसाइड के 18 घंटे पहले इंस्टाग्राम पर अपना स्टेटस अपडेट किया 

सुसाइड करने के करीब 18 घंटे पहले छात्र ने इंस्टाग्राम पर अपना स्टेट्स अपडेट किया। जिसमें उसने लिखा- पूरी दुनिया एग्जाम के लिए पढ़ाई करती है। आर्किटेक्चर वाले उस टाइम में चिल करते हैं। बताया जा रहा है कि छात्र डिप्रेशन में चल रहा था।

छात्र उत्कर्ष राज (23) वाराणसी के सुसुवाही का रहने वाला था। वह आर्किटेक्चर प्लानिंग टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में B-Arch कोर्स के 5th सेमेस्टर का छात्र था। उसने इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री (IDD) कोर्स में एडमिशन लिया था। उसके पिता BHU के UWD में ही सेक्शन ऑफिसर हैं।

सुसाइड का पता लगते ही लिंबडी हॉस्टल में अफरा-तफरी मच गई। छात्र BHU अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचने लगे। हालांकि यहां लाने से पहले ही उत्कर्ष की मौत हो चुकी थी। उसे BHU के मर्चुरी में शिफ्ट किया जा रहा है।

बेटे की मौत की सूचना पर मां रोते हुए हॉस्पिटल पहुंची।

(बेटे की मौत की सूचना पर मां रोते हुए हॉस्पिटल पहुंची)

सूचना पर परिवार भी अस्पताल पहुंचा है। मृतक की मां ने कहा-अभी तक तो सब कुछ ठीक था जब सब कुछ इतना अच्छा चल रहा था। ये सब कैसे हो गया। हमें नहीं पता था वो इतनी जल्दी दुनिया छोड़ देगा।

मां बोली- दोपहर 3 बजे मुझसे बोल कर निकला कि हॉस्टल जा रहा हूं। ऐसा क्या हुआ कि 2 घंटे के अंदर ही उसने फांसी लगा ली। वो मेरी इकलौती संतान था। मां उत्कर्ष के पिता राजेंद्र से बोली पता करो वो इतना डिस्टर्ब क्यों चल रहा था। अब उसकी बहन की देखभाल कौन करेगा।

4 फरवरी को करने वाला था प्रोगाम। 3 दिन पहले इंस्टाग्राम किया था पोस्ट।

(4 फरवरी को करने वाला था प्रोगाम। 3 दिन पहले इंस्टाग्राम किया था पोस्ट)

आने वाले 4 फरवरी को सुबह 10 बजे से उत्कर्ष "नमस्ते बनारस घाट चार्ट्‌स कार्यक्रम करने वाला था। जिसका पोस्ट तीन दिन पहले ही इंस्टाग्राम पर किया था। उसने लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए खुला आमंत्रण दिया था।

हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि उत्कर्ष को ओरिएंटेशन में शामिल होने के लिए जाना था। लेकिन वह नहीं गया।

रेगुलर लेता था काउंसिलिंग

सूत्रों का कहना है कि संस्थान को भी उसके डिप्रेशन के बारे में जानकारी थी। इसलिए उसे रेगुलर काउंसिलिंग दी जाती थी। टीचर्स और उत्कर्ष के परिजन भी एक-दूसरे से इस सिलसिले में बातचीत करते थे। साथी छात्रों का कहना है कि कई बार वह थोड़ा उदास और हताश दिखाई पड़ता था।

सूचना पर पहुंचे लंका के SHO शिवाकांत मिश्रा ने कहा कि शव को कब्जे में ले लिया गया है‌। मौत के कारण का पता नहीं चल सका है। कल पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।

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